द फॉलोअप टीम
साहिबगंज के बरहेट थाना के प्रभारी हरीश पाठक बुरे फंसते दिख रहे हैं। SDPO ने जो जांच रिपोर्ट DGP को सौंपी है उसमें वो दोषी पाए गए हैं। जिसके आधार पर DGP ने फौरन हरीश पाठक पर क्रिमिनल केस दर्ज करने का आदेश दिया है। यही नहीं DGP ने ये भी कहा है कि केस को स्पीडी ट्रायल के जरिए निपटाया जाएगा। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को ट्विट कर इसकी जानकारी दे दी है।
15 सेकेंड का वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल बरहेट थानेदार हरीश पाठक का एक 15 सेकेंड का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो एक दलित युवती को भद्दी-भद्दी गालियां देते और मारते पीटते नजर आ रहे थे। वो युवती थाने में फरियाद लेकर गई थी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद ही पुलिस कप्तान ने थानेदार हरीश पाठक को लाइन क्लोज कर दिया था। और SDPO को आज शाम तक पूरे मामले की जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने को कहा था।
सीएम हेमंत ने दिए थे कड़ी कार्रवाई के निर्देश
बाद में वीडियो देखकर खुद सीएम हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया था और डीजीपी को थानेदार पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है कि प्रारंभिक जांच में हरीश पाठक को युवती से मारपीट मामले में गुनहगार माना गया है। अब उनपर एक आम नागरिक की तरह आपराधिक मुकदमा चलेगा, और स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की कोशिश होगी।
विवादों से है पुराना नाता
रीडर कैडर के सब इंस्पेक्टर बरहेट थानेदार हरीश कुमार पाठक का विवादों से पुराना नाता रहा है। पलामू के बकोरिया कांड और जामताड़ा थाना में मिन्हाज अंसारी की पुलिस हिरासत में मारपीट के बाद मौत हो जाने का मामला अभी चल ही रहा है। तब तक उनका साहिबगंज जिले में तबादला हो गया। बरहेट में पदस्थापन के बाद बरहेट थाना के डुगूबथान में अपराधी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गयी। इसमें एएसआइ चंद्राय सोरेन को गोली लगी और बाद में इलाज के क्रम में रांची के मेडिका अस्पताल में उनकी मौत हो गयी। इस मुठभेड़ के दौरान अपराधियों पर पुलिस की ओर से गोली नहीं चलाने के मामले में भी जांच चल रही है। बाबूलाल ने भी सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।