logo

नौसेना की 4 महिला अधिकारी जंगी जहाज में तैनात, 23 साल बाद महिला दिवस के दिन मिला मौका

6125news.jpg
द फॉलोअप टीम: 
महिला दिवस 2021 के दिन नौसेना की चार महिला अधिकारियों के लिए एतिहासिक मौका लेकर आया। भारतीय नौसेना ने 23 साल बाद 4 महिला अधिकारियों को जंगी जहाज में तैनात किया है। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि इनमें से 2 महिला अधिकारियों की तैनाती एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य में की गयी है वहीं 2 महिलाओं की तैनाती टैंकर वॉरशिप आईएनएस शक्ति में की गयी है। 

जंगी जहाज में तैनाती से खुश महिला अधिकारी
जंगी जहाज में तैनात की गयी एक महिला अधिकारी डॉक्टर भी हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिये ये काफी गर्व का पल है। मैं बतौर डॉक्टर और सैनिक नौसेना की तरफ से देश की सेवा करूंगी। महिला अधिकारियों ने कहा कि ये क्षण काफी एतिहासिक है। हमें हमारे पुरुष समकक्ष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का मौका मिलेगा। जानकारी के मुताबिक नौसेना, जंगी जहाज में महिला अधिकारियों की तैनाती को लेकर काफी पहले से ही तैयारी कर रही थी। जहाज में महिला अधिकारियों के लिए अलग से केबिन और शौचालय बनवाया जा रहा है। तैयारी पूरी है। 

पहली बार 1998 में हुई थी महिला अधिकारी की नियुक्ति
बता दें कि भारतीय नौसेना में पहली बार महिला अधिकारियों की नियुक्ति साल 1998 में की गयी थी। हालांकि, कुछ समय बाद ही इन महिला अधिकारियों को जंगी जहाज से हटा दिया गया। कहा गया कि कुछ अपरिहार्य कारणों से महिला अधिकारियों को जंगी जहाज में तैनात कर देने का आइडिया टाल दिया गया। अब 23 साल बाद बड़ा कदम उठाते हुये भारतीय नौसेना ने जंगी जहाज में महिला अधिकारियों को तैनात किया। बता दें कि बीते कुछ समय में भारतीय नौसेना और वायुसेना ने महिलाओं को बड़ा मौका दिया है। 



भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी अच्छी
साल 2016 में भारतीय वायुसेना ने तीन महिला अधिकारियों को फाइटर पायलट के तौर पर प्रशिक्षित किया। इन तीन महिला अधिकारियों के नाम फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी और फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहना सिंह है। इनमें से फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी ने मिग-21 बाइसन उड़ाकर इतिहास रचा। इस बीच फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह राफेल उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनीं। चीता और चेतक जैसे लड़ाकू हेलिकॉप्टर को उड़ाने का अनुभव रखने वाली विंग कमांडर शालिजा धामी पहली महिला फ्लाइंग कमांडर बनायी गयीं।