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बॉयफ्रेंड से मिलने बेंगलुरू जा रही थी नाबालिग, रांची में आरपीएफ ने पकड़ा

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द फॉलोअप टीम, रांची 
प्यार का खुमार इंसान को किसी भी हद तक ले जाता है। लेकिन जब प्यार के लिए उम्र कम हो तो वो आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है। कुछ ऐसा ही मधुबनी की एक नाबालिग लड़की के साथ हुआ। सिमरा गांव की 16 साल की लड़की अपने बॉयफ्रेंड से मिलने सिकंदराबाद जा रही थी, जिसे आरपीएफ ने रांची रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया। लड़की ने अपने घर में किसी के इस बात की जानकारी नहीं दी थी, इस बात की जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ ने किशोरी को चाइल्डलाइन को सौंप दिया। 

बॉयफ्रेंड ने मिलने से मना किया तो स्टेशन पर बैठ रोने लगी किशोरी 
सिकंदराबाद की ट्रेन पकड़ने के बाद जब युवती ने अपने बॉयफ्रेंड से बात की तो उसने मिलने से मना कर दिया। लड़की ट्रेन में ही बैठकर रोने लगी। इसके बाद वह रांची रेलवे स्टेशन पर उतर गई और वहीं बैठकर रोने लगी। आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ने बात की और पूछा तो पूरा मामले सामने आया। आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन से संपर्क कर लड़की को उनके हवाले कर दिया। बाद में डाइल्ड लाइन ने लड़की के परिवार से संपर्क कर उन्हें सूचना दी। परिवार लड़की को लेने आ रहे हैं। 

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एक अन्य किशोरी भी सौंपी गई चाइल्ड लाइन को 
बूटी मोड की रहने वाली एक किशोरी को आरपीएफ की माय सहेली टीम ने चाइल्ड लाइन को सौपा है। यह किशोरी अपने घर से भाग कर जयपुर जाना चाहती थी। उसका कहना है कि जयपुर में उसके कोई परिजन रहते हैं, जिसके पास वह जाना चाहती है। अब उसे अपने घरवालों के पास वापस नहीं जाना है। हालांकि माय सहेली की टीम ने उसे समझा बुझाकर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है।

अब तक 34 किशोरियों को तस्करों के चंगुल से आरपीएफ ने कराया है आज़ाद
कई लड़कियां या बृद्ध महिलाएं कई स्टेशंनो में भटक जाती हैं। उन्हें आरपीएफ की टीम मदद करती है और उन्हें उनके सही गंतव्य स्थान तक पहुँचाती है। अब तक 34 से ज्यादा किशोरियों को उनके सही स्थानों में आरपीएफ ने अपनी जिम्मेवारी निभाई है।