logo

अयोध्या में बनेगी मदीना सी मस्जिद, अस्पताल, लाइब्रेरी, म्यूजियम भी साथ में

3467news.jpg
द फॉलोअप टीम, अयोध्या 
पैगंबर हजरत मोहम्मद ने जब मदीना शहर में मस्जिद नबवी बनवाई तो वो सामाजिक-धार्मिक केंद्र के साथ शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य-चिकित्सा का भी सेंटर बन गई थी। उसी कल्पना को सउदी अरब से करीब 4000 किलोमीटर दूर भारत के प्राचीन नगर अयोध्या  के गांव धन्नीपुर में साढ़े 1400 साल बाद साकार किया जा रहा है। ऐसी मस्जिद बनने जा रही है, जहां अस्पताल, लाइब्रेरी, म्यूजियम और कम्युनिटी किचन भी होगा। डिजाइन को यदि देखें तो कहने में कोई गुरेज नहीं कि यह इमारत इतिहास दर्ज करेगी। इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने डिजाइन-आर्किटेक्ट लॉन्च किया है। 



एएमयू के प्रोफेसर ने किया है डिजाइन
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के निर्माण के लिए छह महीने पहले आईआईसीएफ का गठन किया था। परियोजना के मुख्य वास्तुकार एएमयू के वास्तु विभाग के अघ्यक्ष प्रोफेसर एसएम अख्तर ने डिजाइन को अंतिम रूप दिया है। उनके अलावा ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना जुफर फारुकी और अतहर हुसैन समेत कई लोग लांचिंग समय ऑन लाइन शरीक रहे।

गोलाकार मस्जिद में 2000 लोग अदा कर सकेंगे नमाज
समूचा परिसर सोलर एनर्जी से रोशन होगा। मस्जिेद का ढांचा गोलाकार होगा। मस्जिद में एक समय में 2,000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे। नक्शा पास होने के बाद मस्जिद बनने का काम शुरू होगा। दो साल में निर्माण पूरा हो जाएगा। 



ये भी पढ़ें........

चार मंजिला होगा 200-300 बेड वाला अस्पताल
अस्पताल मल्टीस्पेशलिटी होगा। इसमें हर तरह की आधुनिक सुविधाएं होंगी। इसका भवन चार मंजिला होगा। बेड 200 या 300 मरीजों के लिए होंगे। संचाजन चैरिटी मॉडल पर होगा। अस्पताल में 100 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।

15 अगस्त  या 26 जनवरी को रखी जा सकती है नींव
ट्रस्ट के सचिव व प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि संग-ए-बुनियाद 26 जनवरी या 15 अगस्त को रखी जाएगी। इससे बेहतर दिन दूसरा नहीं हो सकता है। क्योंकि 26 जनवरी को देश के संविधान की नींव रखी गई थी, जबकि 15 अगस्त को देश आजाद हुआ और आजाद भारत की नींव रखी गई थी।