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पतरातू से नेतरहाट तक पहुंचने लगे सैलानी लगभग 200 टूरिस्ट प्लेस पर रोज़गार से वंचित क़रीब एक लाख लोगों को जगी आस

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द फॉलोअप टीम, रांची
कोरोना की दहशत से थोड़ी निजात के लिए अनलॉक ने लोगों को राहत दी है। जिसका आनंद लोग परिवार के साथ शहर के आसपास के प्रपात और झील पहुंच उठा रहे हैं। मुख्यपमंत्री हेमंत सोरेन भी दो-दो बार नेरतहाट पहुंच हसीन वादियों को कैमरे में कैद कर चुके हैं। हालांकि सरकार ने अभी किसी भी पर्यटक स्थल को पूरी तरह खोला नहीं है। जबकि दुनिया के कई देश टूरिस्ट प्लेसेस को खोलने लगे हैं। वहां की सरकार उसके लिए नए क़ायदे-कानून बना रही है। पर्यटकों से उसका पालन करवा रही है। अपने यहां न केंद्र और न ही राज्य सरकार का ध्यान इस ओर गया है। जबकि दिसंबर आते ही गुलाबी सर्दी में गुनगुनी धूप लेने लोग बाग-बगीचे, झरने-झील समेत टूरिस्ट प्लेसेस पर पहुंचने लगते हैं। यह सिलसिला नए साल के स्वागत जनवरी तक गुलजार रहता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि सप्ताहांत में पर्यटन स्थल पर भीड़ न इकट्ठी हो जाए उसके लिए  हर जगह जाने के पहले ऑनलाइन परमिट की व्यवस्था भी सोची जा सकती है। जब तक आम जनता को ये विश्वास नहीं होगा कि प्रशासन उनके स्वास्थ्य के लिए सजग  है तब तक कोरोना का भय उनमें स्वच्छंदता से घूमने का जज़्बा पैदा नहीं कर पाएगा। प्राकृतिक छटा से रूबरू होने देश-विदेश से पर्यटक झारखंड आते रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पर्यटन विभाग ने कुछ पर्यटक स्थल खोलने शुरू कर दिए हैं। सिर्फ प्रमुख पार्क फिलहाल बंद रहेंगे। लेकिन डैम और फॉल पर सीमित लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है।  विभाग ने सैलानियों को मास्क देने के साथ सेनेटाइजर रखने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि पिछले साढ़े चार साल में झारखंड आनेवाले पर्यटकों की संख्या में दुगुना इज़ाफ़ा हुआ। कुल पर्यटक 3.54 लाख तक आए। जिसमें विदेशी सैलानियों की संख्या लगभग 1.76 लाख है। वहीं पर्यटन से आतिथ्य क्षेत्र में 74.16 हजार समेत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष क़रीब ढाई से तीन लाख लोगों की रोजी-रोटी चलती रही है। लेकिन कोरोना के सबब पर्यटन स्थल बंद होने से सांस्कृतिक गतिविधि भी बंद है। राजस्व का सरकार को घाटा हो ही रहा है, रोज़गार का भी संकट खड़ा हो गया है।

राज्य में कितने हैं प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट
झारखंड में 66 जल प्रपात, 21 डैम झील, 20 गर्म जलकुंड, 24 प्रमुख अभ्यारण्य व पार्क-बाग़, 12 जैविक उद्यान, 23 गढ़-किला, 16 प्रमुख धार्मिक स्थल पर्यटक को मोहित करते रहे हैं।

सैलानियों की सुविधाओं का रखा जाएगा ख्याल: ए डोडे
पर्यटन निदेशालय के निदेशक ए डोडे ने बताया कि करीब 50 पार्कों को छोड़ कई पर्यटन स्थल खोले जाने की तैयारी कर ली गयी है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पर्यटकों की सुरक्षा की सारी व्यवस्थाएं रहेंगी। किसी भी जगह पर 100 से 150 लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा। वहीं मास्क और सेनेटाइजर का भी इंतजाम रहेगा।

सुरक्षा के सभी उपाय करने होंगे: मनीष कुमार
टूरिज्म  पर कई चर्चित ब्लॉकग के मॉडरेटर व टूरिज्म एक्सपर्ट मनीष कुमार का कहना है कि पर्यटन को वापस पटरी पर लाने के लिए चौकसी ज़रूरी है। सभी विश्राम स्थलों और होटलों में कोविड से बचने के लिए बुनियादी सुविधाएं जैसे कमरों के नियमित सेनेटाइज़ेशन , पर्यटकों के लिए मास्क व स्क्रीनिंग  आदि की व्यवस्था  करनी होगी।