द फॉलोअप टीम ,धनबाद:
झारखंड के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय कोढ़ा गैंग की सक्रियता बढ़ गई है। बिहार के कटिहार का कोढ़ा गैंग अब धनबाद पुलिस के रडार पर है। कोढ़ा गैंग के अपराधियों की तलाश में धनबाद पुलिस सक्रिय हो गई है। तकरीबन पांच वर्ष पूर्व यह धनबाद पुलिस के लिए सिरदर्द बना था। तब शहर में कोढ़ा गैंग के कारण लूट की घटनाएं बढ़ गई थी। उस समय पुलिस ने इस गिरोह पर शिकंजा कसा था और आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उस वक्त आपराधिक घटनाओं पर थोड़ा अंकुश लगा था।
एक हफ्ते में दो बड़ी लूट की घटना
बता दें कि पिछले एक सप्ताह में दो बड़ी लूट की वारदात शहर में हो चुकी है। पहली घटना में अपराधियों ने भुक्तभोगी को बाइक से गिराकर दो लाख 70 हजार नगद लूट लिए। वहीं दूसरी घटना भूली इलाके में मंगलवार को अंजाम दिया गया। दोनों मामले में बाइक सवार दो अपराधियों ने ही घटना को अंजाम दिया है। दुर्घटनाओं में अपराधियों ने बल का प्रयोग किया। दीपावली-धनतेरस के दिन धैया श्रीराम वाटिका के पास लूट के दौरान भुक्तभोगी को बाइक से गिराकर अपराधियों ने लूटपाट की। वहीं भूली में बैंक कलेक्शन एजेंट राजा के साथ लूटपाट के दौरान हाथापाई करते हुए गोली तक चलाने से परहेज नहीं किया। दोनों घटनाओं में अपराधियों का स्टाइल कोढ़ा गिरोह की ओर इशारा करता है। उसी समय पुलिस को भनक लग गई थी कि यह कोढ़ा गैंग की करतूत है।
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पुलिस के टारगेट में हैं अपराधी
धनबाद में इन दिनों फिर उसी तरह से लूट की घटनाएं शुरू हो गई हैं। लिहाजा पुलिस ने एक बार फिर कोढ़ा गैंग के अपराधियों को टारगेट किया है। झारखंड के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय कोढ़ा गैंग के बारे में पुलिस का मानना है कि यह गिरोह राज्य के विभिन्न जिलों में सक्रिय है। गिरोह के सदस्य किराए का मकान लेकर रहते हैं और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। तकरीबन चार वर्ष पूर्व धैया इलाके से पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अपराधियों के पास से लाखों रुपये नगद भी बरामद हुए थे। गिरफ्तार अपराधियों ने ही कोढ़ा गैंग के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी। सिटी सेंटर के पास एक व्यवसायी से पांच लाख लूटने की कोशिश में भुक्तभोगी से हाथापाई करते धराए एक अपराधी की निशानदेही पर ही धैया से उसके दोस्त शातिर बदमाश को पकड़ा गया था। दोनों बदमाश किराए का मकान लेकर डेढ़ वर्ष से धैया में रह रहे थे। उन अपराधियों का काम बैंक जानेवाले लोगों का रेकी करना फिर मौका ताड़ कर लूटपाट की घटना को अंजाम देना था। जब कोढ़ा गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी शुरू हुई, तो उस वक्त काफी दिनों तक लूट की घटना पर अंकुश लगा था। पर अब फिर से दिनदहाड़े लूट की घटना शुरू हो गई है। लिहाजा इस बार भी कोढ़ा गैंग पुलिस अनुसंधान के दायरे में है।