द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार विधानसभा के चुनाव में एकमात्र खेल जगत से राजनीति का रुख करनेवाली शूटर श्रेयसी सिंह का निशाना एकदम सटीक लगा है। वह बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा की ओर से जमुई सीट पर चुनाव लड़ने उतरी थीं। उन्होंने यहां 79603 वोट हासिल किए हैं। इस प्रकार उन्होंने राजद प्रत्याशी विजय प्रकाश को 41 हजार से अधिक वोटों को मात दी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी है श्रेयसी
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी बिहार के लोगों की आजीविका के लिए पलायन रोकने और उनका प्रदेश में भरोसा बहाल करने का लक्ष्य लेकर राजनीति में आईं। विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने भाजपा की सदस्यता भी ली और फिर चुनाव मैदान में उतरीं। श्रेयसी ने भाजपा नेता भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके बाद भाजपा ने एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता श्रेयसी सिंह को जमुई विधानसभा से टिकट दिया।
इस वजह से लड़ा विधानसभा का चुनाव
भाजपा में शामिल होने के बाद श्रेयसी ने कहा था, 'मैं निशानेबाजी जारी रखूंगी। यही वजह है कि मैंने लोकसभा की बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। विधानसभा क्षेत्र लोकसभा की तुलना में छोटा होता है। खेल और संस्कृति मेरी प्राथमिकता रहेगी। प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और मेरा काम उन्हें मंच प्रदान करना होगा।' उन्होंने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से काफी प्रभावित हैं।
रजत पदक किया अपने नाम
ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2014 में रजत पदक जीतने वाली इस 29 वर्षीय निशानेबाज ने कहा था कि उनका हमेशा से राजनीति के प्रति झुकाव रहा है। मैं 2009 से अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार करती आई हूं। फिर 2010, 2014 और 2019 में अपनी मां के लिए चुनाव प्रचार किया। वहीं, उन्होंने बिहार और बिहारी को लेकर कहा था कि बिहारी, बिहार छोड़कर क्यों जाए और दूसरी जगह दूसरे दर्जे के नागरिक की तरह क्यों रहे। यह सही नहीं है।
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बिहार में विकास की चिंता
श्रेयसी ने अपने एक बयान में कहा था कि जब आप राजनीति की बात करते हैं तो विकास की बात होनी चाहिए। सिर्फ मूलभूत ढांचा ही नहीं, बल्कि बहुआयामी विकास। हम बिहार में नौकरी के मौके क्यों नहीं पैदा करते, ताकि हमारे लोग अपने परिवार के साथ यहीं गरिमामय जीवन जी सकें।