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पुष्पम प्रिया का ज्ञापन देने के लिए राजभवन मार्च, राज्यपाल से मिलने की इजाजत नहीं, हुईं गिरफ्तार

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द फॉलोअप टीम, नई दिल्ली
बिहार में आज पहले चरण का मतदान शुरू हो गया है लेकिन मतदान से ठीक एक दिन पहले एक बड़े घटनाक्रम में प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद की दावेदार पुष्पम प्रिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुष्पम प्रिया राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन मार्च कर रही थी। बिहार में निष्पक्ष चुनाव के लिये राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर पुष्पम राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपना चाहती थीं। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। 

संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप
दरअसल इससे पहले पटना के डाकबंगला चौराहे पर मीडिया से बातचीत करते हुए पुष्पम प्रिया ने आरोप लगाया कि उनके प्रत्याशियों का निर्वाचन रद्द किया जा रहा है और उनके प्रत्याशियों को धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां संविधान की धज्जियां उड़ाईं जा रही हैं। कभी किसी बड़ी पार्टी का नामांकन आज तक खारिज नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां मिलकर उनकी पार्टी के खिलाफ काम कर रही हैं। अधिकारियों का इसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
पुष्पम प्रिया ने कहा कि महामहिम से केवल यह कहना है कि राष्ट्रपति शासन लगाने में क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां जानती हैं कि एक पढ़ी-लिखी पार्टी आ गई तो इन लोगों का करियर खत्म हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि जब तक राज्यपाल से मिलने नहीं दिया जाएगा, वह कहीं नहीं जाएंगी। 

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राज्यपाल से मिलने की इजाजत नहीं मिली
इसके बाद देर रात तक पुष्पम प्रिया को राज्यपाल से मिलने की इजाजत नहीं मिल सकी थी। जिसके बाद खुद को रोके जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उन्होंने निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा कि आपने पांच घंटे तक अपनी पुलिस और अधिकारियों के माध्यम से मुझे परेशान किया है। इस दिन को याद रखें। मैं आपके लिए ही आ रही हूं। भगवान आपका भला करें।

वैशाली से पाटलिपुत्र गंगा नदी की पैदल यात्रा 
बता दें कि इससे पहले दिन भी पुष्पम प्रिया ने वैशाली से पाटलिपुत्र गंगा नदी को पैदल ही पार करते हुए कहा कि बुद्ध ने पाटलिपुत्र से वैशाली नाव में गंगा पार किया था, तो पूरी मानवता को न्याय मिला था। आज मैं उसी मां गंगा को वैशाली से पाटलिपुत्र पैदल पार कर रही हूं। देखती हूं बिहार को न्याय मिलता है या नहीं।