द फॉलोअप टीम, चतरा:
झारखंड के 17 जिलों के 37 थाना क्षेत्रों में अफीम की खेती होती है। राज्य में पुलिस इसे रोकने को लेकर संजीदा है। लेकिन फिर भी अफीम की खेती रुक नहीं रही। झारखण्ड में आये दिन लगातार पुलिस अफीम की खेती को नष्ट करती दिखती है। अभी हाल का मामला आया है चतरा के सदर थाना क्षेत्र से। पुलिस ने अफीम की अवैध खेती के विरुद्ध अभियान चलाया।
तीन दर्जन जवानों ने किया फसल को बर्बाद
खेती को नष्ट करने में 3 दर्जन जवान लगाए गए थे और साथ ही ट्रैक्टर भी मौजूद थे। सदर थाना पुलिस और वन विभाग की टीम ने मिलकर करीब 15 एकड़ में लगे अफीम की खेती को नष्ट कर दिया। मामला थाना क्षेत्र के खुटेर और ललकीमाटी वन क्षेत्र का है। अभियान का नेतृत्व सदर थाना प्रभारी लव कुमार एवं दक्षिणी वन प्रमंडल के फोरेस्टर विभाग के अधिकारी पवन कुमार सिंह ने किया।
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2018 में 1144 एकड़ खेती को किया गया था नष्ट
झारखंड में लगातार अफीम की खेती बढ़ती जा रही है। इससे पहले 2018 में बहुत बड़े पैमाने अफीम की खेती को नष्टल किया गया था। तब 1144 एकड़ क्षेत्रफल में लगी फसल नष्ट की गयी थी। पिछले वर्ष भी 710.85 एकड़ की अफीम फसल को पुलिस ने खत्म कर दिया था। 2020 में भी पुलिस लगभग डेढ़ सौ एकड़ में लगी फसल नष्ट कर चुकी है। पुलिस ने अफीम की खेती और तस्करी के आरोप में अब तक 148 लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है।