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इमारत को पहली बार मिला आइटियन अमीर-ए-शरीयत, 100 साल के इतिहास में पहली बार हुआ वोटिंग से चुनाव

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दी फॉलोअप टीम, पटना: 

आखिर मुसलमानों की धार्मिक और सामाजिक संस्था इमारत शरीया के अमीर (प्रमुख) का चुनाव आज भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच हो गया। 100 साल के इतिहास में पहली बार वोटिंग हुई। और पहली बार अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से आईटी करने वाला और इसी यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रहा शख्स अमीर-ए-शरीयत बना। जिनका नाम है, फैसल रहमानी। इनकी पहले खानकाह रहमानी के पांचवें सज्जादानशीं के तौर पर ताजपोशी हो चुकी है और अब अमीर-ए-शरीयत चुने गये हैं। आप 7 वें अमीर मरहूम मौलाना मोहम्मद वली रहमानी के बेटे हैं। 3 अप्रैल को उनके इंतेक़ाल के बाद से यह पद ख़ाली था। पद की दौड़ में फैसल रहमानी के अलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी महासचिव मौलाना ख़ालिद सैफुल्लाह रहमानी,  इमारत-ए-शरिया के पूर्व नाज़िम और ऑल इंडिया मिल्ली काउन्सिल के महासचिव मौलाना अनीस उर रहमानी क़ासमी, मौलाना शमशाद रहमानी और चतरा झारखंड के मौलाना मुफ्ती नज़र तौहिद शामिल थे।पहले मौलाना शमशाद रहमानी, मुफ्ती नज़र तौहिद और अंतिम में ख़ालिद सैफुल्लाह रहमानी ने उम्मीदवारी से अपना नाम वापस लिया।


मौलाना क़ासमी को किया पराजित 
फैसल ने निकटतम प्रतिद्वंदी मौलाना अनीस उर रहमान क़ासमी को पराजित किया। फैसल ऑपरेशन मैनेजमेंट के ओहदे पर रहते हुए दर्जनों आर्गेनाइजेशन में अहम भुमिका भी निभा चुके हैं। एक प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थान के डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजिक प्रोजेक्ट भी रह चुके है। इसके आलावा उन्होंने ओरेकल, एडोब, पैसिफिक गैस एंड इलेक्ट्रिक, ब्रिटिश पेट्रोलियम और डिजनी जैसी कंपनियों में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं। पेशावराना और प्रबंधन की समझ उनकी बातों से ही झलकती है। इन्होंने इस्लामिक और अरबी की गहरी पकड़ मिस्र के कई इदारों से हासिल की है। 


संगीन के साये में हुआ चुनाव 

चुनाव स्थल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। इमारत ए शरिया के बाहर और उससे सटे चुनाव स्थल के आसपास  रैपिड एक्शन फ़ोर्स और डंडाधारी पुलिस की तैनाती रही। सदर एसडीओ से लेकर फुलवारीशरीफ थाना प्रभारी इमारत में कैम्प करते रहे। वोटर्स को मेटल डिटेक्टर से हो कर गुजरना पड़ा। मोबाइल ले जाने की इजाज़त नहीं थी।

किन राज्यों के वोटर ने लिया हिस्सा

851 सदस्यों ने मताधिकार का प्रयोग किया। 170 नये सदस्य शामिल रहे। वहीं बिहार के 38, झारखंड के 21,ओडिशा के 3,बंगाल के 5,उत्तर प्रदेश के 2 जिलों में वोटर हैं। इनमें सबसे अधिक बिहार में 651,झारखंड में 141,बंगाल में 29,ओडिशा में 25,यूपी में 2 वोटर हैं। बिहार के पटना में 65 वोटर हैं। झारखंड रांची के 22 ,कोलकाता 18 और राउरकेला के 16 वोटर शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली और कुवैत में एक-एक वोटर हैं।