द फॉलोअप टीम, रांची:
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हार्ट के रोग से बचाव के लिए इलाज से अधिक जन-जागरूकता जरूरी है। इलाज भी सिर्फ शहरों तक सीमित न रहे। दूर’दराज के इलाकों में भी इसके इलाज व्यवस्था होनी चाहिए। डॉक्टरों के लिए मरीजों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन बिल ला रही है। वहीं जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, वैसे जरूरतमंद मरीजों को अधीक्षक से 50 हजार, निदेशक की ओर 1 लाख और मंत्री की ओर से 5 लाख की मदद दी जाएगी। मंत्री रिम्स के कार्डियोलॉजी में आयोजित विश्व हृदय दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अलावा निदेशक रिम्स डॉ कामेश्वर प्रसाद, चिकित्सा अधीक्षक रिम्स डॉ विवेक कश्यप, डॉ डीके सिन्हा ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। हृदय रोग विभाग के सभी संकाय सदस्य डॉ हेमंत नारायण रे, डॉ प्रत्तय गुहा सरकार, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ प्रबीन और डॉ प्रशांत उपस्थित थे। सभी स्टाफ नर्स और अन्य विभागों के कई विभागीय फैकल्टी मौजूद रहे।
एचओडी कार्डियोलॉजी डॉ हेमंत ने रिम्स में कार्डियोलॉजी विभाग के विकास के बारे में बात की। उन्होंने भविष्य में झारखंड में कार्डियोलॉजी विकसित करने की योजना भी पेश की। निदेशक ने विश्व हृदय दिवस की भूमिका के बारे में बताया और पेशेवर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए युवा डॉक्टरों और नर्सों को प्रेरित किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास, सभी के लिए स्वास्थ्य और स्वास्थ्य के समान वितरण की बात की। उन्होंने चिकित्सा सुरक्षा अधिनियम के बारे में बताया और चिकित्सा बिरादरी की बेहतरी के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया। सम्मानित अतिथियों द्वारा उत्कृष्ट योगदान और कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा उत्कृष्ट तैयारी के कारण यह बैठक एक शानदार सफलता थी।