द फॉलोअप टीम, रांची:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं बोर्ड की वैकल्पिक परीक्षा का आयोजन 15 अगस्त से 15 सितंबर 2020 के बीच करेगा। सीबीएसई के मौजूदा मूल्यांकन प्रक्रिया से प्राप्त अंक से जो विद्यार्थी संतुष्ट नहीं होगा वो अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए उस परीक्षा में शामिल हो सकता है। सीबीएसई ने मंगलवार को इसकी घोषणा कर दी। बता दें कि कोरोना की वजह से इस वर्ष 12वीं बोर्ड की परीक्षा आय़ोजित नहीं की जा रही है। विद्यार्थियों में इसे लेकर मिली-जुली राय है।
सीबीएसई ने तय की है मूल्यांकन की नीति
बता दें कि सीबीएसई ने कुछ दिन पहले ही 12वीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने के लिए मूल्यांकन की नीति तय की थी। इसके लिए 13 सदस्यी कमिटी का गठन किया गया था। 12वीं बोर्ड की रिजल्ट 10वीं और 11वीं के 30-30 फीसदी मार्क्स और 12वीं कक्षा में आय़ोजित प्री बोर्ड परीक्षा में हासिल अंक के आधार पर तय किया जायेगा। इसमें 12वीं बोर्ड से 40 फीसदी अंक लिया जायेगा। जो छात्र इस आधार पर आए नतीजों से संतुष्ट नहीं होंगे उनको वैकल्पिक पीक्षा का मौका दिया जायेगा।
31 जुलाई को रिजल्ट जारी करेगा सीबीएसई
मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया था कि 12वीं बोर्ड का रिजल्ट 31 जुलाई 2021 तक घोषित किया जायेगा। जो भी विद्यार्थी इस अंक से संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए वैकल्पिक परीक्षा की आय़ोजन 15 अगस्त 2021 से 15 सितंबर 2021 के बीच किया जायेगा। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गयी है।
कोरोना की वजह से रद्द हुईं 12वीं बोर्ड की परीक्षा
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बेकाबू होती स्थिति की वजह से केंद्र सरकार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा को टालने का फैसला किया था। सीबीएसई और आईसीएसई सहित तमाम स्टेट बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी और अलग-अलग मूल्यांकन नीति के तहत परिमाण जारी करने का ऐलान किया। हालांकि इस फैसले को लेकर विद्यार्थियों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली।