logo

सरकारी सेवाओं में आईटी सेवाओं का ज्यादा से ज्यादा होगा इस्तेमाल

3212news.jpg

द फॉलोअप टीम, रांची

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सूचना प्रौद्योगिकी और ई-गवर्नेंस विभाग की भी समीक्षा की। बैठक में उन्‍होंने कहा कि चाहे सरकार हो या आम लोग। हर सेक्टर में सूचना प्रौद्योगिकी अप्लीकेशन्स का बड़े स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी से कामकाज में तेजी, क्षमता विस्तार और पारदर्शिता आई है। ऐसे में राज्य की आवश्यकता और आम जनता की सहूलियत के लिए सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं के विकास, विस्तार और उपयोग पर सरकार का विशेष जोर है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं, योजनाओं और कार्यक्रमों के ताजा हालात भी जाने। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी विभागों की ऑफिशल वेबसाइट की हैकिंग नहीं हो, इसके लिए सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग कदम उठाए। सभी विभागीय वेबसाइट की सिक्योरिटी ऑडिट कराई जाए।

सूचना प्रौद्योगिकी और ई गवर्नेंस विभाग की समीक्षा बैठक
सूचना प्रौद्योगिकी और ई गवर्नेंस विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्कासूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा, विशेष सचिव सर्वेश सिंघल और निदेशक मनोज कुमार उपस्थित थे।

साइबर क्राइम को रोकने के लिए स्ट्रांग सेल बने
मुख्यमंत्री ने कहा कि साइबरक्राइम बड़ी चुनौती बनी हुई है। ऐसे में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एक ऐसा मैकेनिज्म तैयार करेजिससे साइबर क्राइम को कंट्रोल किया जा सके। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्ट्रांग सेल बनाने को कहा जिसमें साइबर एक्सपर्ट्स की पूरी टीम हो।

विभागों का कंप्रिहेंसिव डाटा तैयार किया जाय
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटी सेवाओं को लेकर विभिन्न विभागों द्वारा अलग-अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है। जिससे काफी दिक्कतें आती हैं और एकरूपता नहीं होती है। उन्होंने आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों से कहा कि सभी विभागों के लिए आईटी से संबंधित सेवाओं और उपकरणों को लेकर कंप्रिहेंसिव डाटा तैयार करें और उनकी जरूरतों के हिसाब से सुविधाएं दे। उन्होंने ग्रीवांस सेल के लिए टॉल फ्री नंबर भी जारी करने को कहा।

सूबे की चार जगह सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि विभाग के द्वारा झारखण्ड माय प्रोजेक्ट
, भारनेट, ई प्रोक्योरमेंट, स्टेट डेटा सेन्टर, कार्य एवं लेखा प्रबंधन सूचना प्रणाली, यूनिफाईड डाटा रिपोजिटरी सिस्टम, दुमका, आदित्यपुर, देवघर औऱ बोकारो में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, रांची में एडवांस साईबर फोरेंसिक लैब और जिलों में स्टैंडर्ड साईबर फोरेंसिक लैब, रांची में आईटी पार्क ,ई-ट्रायल, ई-झारसेवा, झार एनर्जी, राइट टू गारंटी ऑफ सर्विसेज एक्ट, डिजिटल लैंड रिकार्ड्स मॉर्डनाइजेशन प्रोग्रामइंटीग्रेटेड माइन्स एंड मिनरल्स सिस्टम जैसी कई योजनाएं योजना एवं कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।