द फॉलोअप टीम, पटना
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर होनेवाले चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों सूची जारी करने लगी हैं। इसी क्रम में आरजेडी और जेडीयू ने अपने-अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। नामांकन के अंतिम दिन यानी 8 अक्टूबर को एनडीए के कई प्रत्याशी पर्चा भरेंगे।
राजद ने जारी की सूची
राजद ने जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशियों का चयन किया है। बिहार के नोखा से अनीता देवी, चकाई से सावित्री देवी, जमुई से विजय प्रकाश यादव, जहानाबाद से सुदेय यादव, रामगढ़ से आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह, शाहपुर से शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी और शेखपुरा से विजय सम्राट को टिकट दिया है।
जदयू ने भी कर दी प्रत्याशियों की घोषणा
जेडीयू ने भी अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार ने सूर्यगढ़ा से रामानंद, अगियांव से प्रभु राम, करहगर से वशिष्ठ सिंह, जगदीशपुर से कुसुम लता कुशवाहा, झाझा से दामोदर रावत, मोकामा से राजीव लोचन, बरबीघा से सुदर्शन को जेडीयू का उम्मीदवार बनाया है।
तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा चुनाव
गौरतलब है कि शनिवार को महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो चुका है। आरजेडी के हिस्से में 144 सीटें और कांग्रेस को 70 सीटें मिली। भाकपा (माले) के हिस्से में 19 सीटें आई हैं, जबकि माकपा को 4 और भाकपा को 6 सीटें दी गई हैं। महागठबंधन में राजद नेता तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। बता दें कि जेडीयू और बीजेपी की ओर से भी सीटों का बंटवारा हो गया है। बीजेपी और जेडीयू ने अपनी-अपनी सीटों के कुछ नेताओं को फोन से नामांकन की तैयारी करने को कहा है।
वीआईपी ने अलग राह चुनी
महागठबंधन में सीटों को बंटवारे को लेकर वीआईपी के मुकेश सहनी ने उसी दिन तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। बता दें कि बैठक में कहा गया था कि आरजेडी के कोटे में वीआईपी और जेएमएम को सीटें दी जाएंगी। इस फैसले को मुकेश सहनी ने नहीं माना और अपनी अलग राह चुनी।