logo

नवंबर तक 80 करोड़ परिवार को मुफ्त अनाज, पीएम मोदी का बड़ा एलान, लापरवाही नहीं बरतने की अपील

165news.jpg
द फॉलोअप टीम-दिल्ली-राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान किया है। पीएम ने कहा कि नवंबर तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा। 80 करोड़ परिवारों को हर महीने 5 किलो चावल और 5 किलो गेहूं दिया जाएगा। साथ ही एक किलो चना भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा, एक राष्ट्र और एक राशन कार्ड की व्यवस्था की जाएगी। यानी पूरे भारत के लिए एक ही राशन कार्ड होगा। पीएम मोदी ने कहा कि मॉनसून के दौरान भारत में सबसे ज्यादा खेती का काम होता है। इसी के मद्देनजर सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार करने का फैसला लिया है। 
90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है
पीएम ने गिनाई सरकार की उपलब्धि
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में किए गए सरकार के काम की ओर भी लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त दिया गया।
लापरवाही नहीं बरतने की अपील
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले हम हाथ धोने और सामाजिक दूरी को बनाए रखने, मास्क पहनने को लेकर काफी सतर्क थे लेकिन अब इसमें लापरवाही देखी जा रही है। सतर्कता बरतने की अपील करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते लड़ते हम अनलॉक-2 में प्रवेश कर रहे हैं। साथ ही हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जिसमें सर्दी, जुकाम बढ़ जाते हैं, इसलिए आप सबसे अपील है कि खुद का ख्याल रखें।हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि कोरोना से होने वाली मौत की दर दुनिया भर के बाकी देशों के मुकाबले भारत में बेहद कम है जो राहत की बात है और ऐसा इसलिए मुमकिन हुआ है क्योंकि समय पर लॉकडाउन किया गया। 
नियम सबके लिए बराबर
पीएम मोदी ने कहा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13000 हजार रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया क्योंकि उन्होंने मास्क नहीं पहना था। भारत में गांव का प्रधान हो या फिर देश का प्रधानमंत्री कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।