द फॉलोअप डेस्कः
पानी की तेज रफ्तार में गाड़ियों के बहने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब नजर आ रहे हैं। हर बार बारिश के मौसम में इस तरह के हालात देखने को मिलते हैं, ऐसे में अगर किसी प्रकृतिक आपदा के चलते आपके वाहर को भारी क्षति हुई है, तो इसकी भरपाई आप बीमा कंपनी से तभी करा सकते हैं, जब मोटर इंश्योरेंस खरीदते समय आपने कुछ जरूरी बातों का खास ध्यान रखा हो।
गाड़ी को पानी से कैसे होता है नुकसान जानें
बारिश के दौरान सड़कों पर जलभराव में डूबने से कारों को कई तरह के नुकसान हो जाते है अगर आपकी गाड़ी में पानी घुस गया है तो उसका इंजन भी खराब हो सकता है। जिसको ठीक कराने में आपका बहुत खर्चा हो सकता है ऐसे कई मामलों में यह खर्च 1 लाख रुपया तक भी जा सकता है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक सिस्टम और एक्सेसरीज को भी नुकसान पहुंचा सकता है। जिसके रिपेयरिंग में भी बड़ा खर्चा आ सकता है।
कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस क्या है?
मोटर वाहन कानून-1988 के मुताबिक, बाढ़, बारिश, आंधी-तूफान या किसी अन्य प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान ऑन डैमेज कवर में आते हैं। इसलिए ऐसी बीमा पॉलिसी चुनें, जिसमें इंजन सुरक्षा एड-ऑन का ऑप्शन मिले। अगर आपने अपने वाहन के लिए कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस लिया है, तो आप आंधी, चक्रवात, तूफान और ओलावृष्टि, बारिश या फिर बाढ़ जैसी किसी भी प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान के लिए क्लेम कर सकते हैं।
बीमा के दो कॉम्पोनेंट ऐसे करते हैं काम
इस पॉलिसी में दो कॉम्पोनेंट होते हैं। एक ऑन डैमेज और दूसरा थर्ड पार्टी कवर। ऑन डैमेज आपकी कार को आपदाओं या अन्य वजह से हुए नुकसान को कवर करता है और बीमा कंपनी आपके नुकसान का भुगतान करती है. आमतौर पर देखने को मिलता है कि बारिश या बाढ़ के पानी में फंसी गाड़ियों को इंजन से लेकर उसकी बॉडी तक को भारी नुकसान हो सकता है। हालांकि, बाजार में कई ऐसी बीमा पॉलिसी मौजूद हैं, जो इस तरह के डैमेज को कवर करती है। बस जरूरत है बीमा लेते समय आंख और कान खुले रखने की। फिर आप आसानी से नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।
किस तरह के कार इंश्योरेंस में मिलेगा फायदा
अगर आपके पास कार का इंश्योरेंस है तो आपको इस तरह के सभी परेशानियों में इसका फायदा मिल सकता है। प्राकृतिक आपदाओं, एक्सीडेंट, चोरी आदि के लिए कंप्रहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए ज्फायदेमंद होती है। इसमें आपको खराब मौसम की वजह से गाड़ी को हुए नुकसान को सही कराने या उसे रिप्लेस कराने के लिए कवर मिलता है। हालांकि यह पॉलिसी ऑप्शनल होती है। ऐसे में जब भी आप कार इंश्योरेंस पॉलिसी लें तो यह जरूर चेक करें कि आपको प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान का कवर मिलेगा या नहीं। अगर आप कंप्रहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसीज लेंगे,तो कार को हुए नुकसान और थर्ड पार्टी की किसी भी प्रकार की देनदारी कवर होती है। जिसकी वजह से आपको वित्तीय जोखिम कम करने में मदद करती है।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का मिलता है फायदा
इंश्योरेंस कंपनी आपकी मदद कर सकती है, लेकिन इसे लेने में एक समस्या आती है, की आप अपनी गाड़ी के हुए नुकसान के लिए क्लेम नहीं कर सकते हैं। अगर इसमें केवल इसके ही क्लेम कवर हो तो इसलिए आपको कंप्रहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी कवर लेना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
जब आप गाड़ी खरीदने जाते है तब उस दौरान इस बात का ख्याल रखें कि आप अपनी कार के लिए कंप्रहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी ही करवाएं इस पॉलिसी को लेने के बाद अगर आपकी कार पानी में डूब भी जाती है, तो उसके लिए आप क्लेम कर सकते हैं। जब आपकी कार पानी में डूब जाए या फिर बह रही हो तो उसका तुरंत वीडियो बनाने के साथ ही फोटो जरूर लें। यह आपके लिए सबूत का काम करेगी। जब आप आपनी गाड़ी के लिए इंश्योरेंस क्लेम करेंगे तो उस दौरान इसे भी पेश कर सकते हैं।
इस तरह क्लेम करें इंश्योरेंस
अपने पॉलिसी नंबर का इस्तेमाल कर संबंधित बीमा कंपनी के टोल-फ्री नंबर पर क्लेम के लिए रजिस्टर करें।
कंपनी की वेबसाइट से क्लेम फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरें। सारे डॉक्यूमेंट जमा करें और क्लेम फॉर्म को सबमिट करें।
क्लेम अप्लाई के बाद कंपनी सर्वेयर या वीडियो सर्वे से वाहन की जांच होगी. इस दौरान सभी दस्तावेज अपने पास रखें।
वाहन का सर्वे पूरा होने पर सर्वेयर अपनी रिपोर्ट फाइल करेगा और ऐसा करने के बाद आपका इंश्योरेंस क्लेम आ जाएगा।
बारिश के मौसम में न करें ये काम
आपको बारिश के मौसम में कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिएष इस मौसम में आपको अपनी कार को बेसमेंट में पार्क नहीं करना चाहिए। दरअसल बेसमेंट में अक्सर बारिश का पानी भरने की समस्या हो जाती है।
जब आप पानी से भरे सड़क से गाड़ी निकाल रहे हो ते धीमी स्पीड में उसे पार करें। इस दौरान एक्सीलेटर से पैन न हटाएं।
अगर पानी से भरी सड़क को पार करते समय गाड़ी बंद हो जाती है, तो उसे स्टार्ट नहीं करें।
जलभराव में गाड़ी स्टार्ट करने पर उसके इंजन में पानी घुस जाता है। इससे इंजन डैमेज हो सकता है, जिसे ठीक कराने में काफी पैसा खर्च हो सकता है।