द फॉलोअप डेस्क
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अवैध आव्रजन के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने मैक्सिको के साथ दक्षिणी सीमा पर अपराधियों और बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की पहचान करने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। अमेरिका में करीब 20,000 भारतीय ऐसे हैं, जो वैध दस्तावेजों के बिना वहां रह रहे हैं। आशंका है कि इन लोगों को जल्द ही भारत भेजने की योजना पर काम हो सकता है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मुद्दे पर कहा कि भारत सरकार अपने नागरिकों की वैध वापसी सुनिश्चित करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "अगर हमारा कोई नागरिक अवैध रूप से विदेश में रह रहा है और यह पुष्टि हो जाती है कि वह भारतीय है, तो हम उसकी सुरक्षित वापसी में मदद करेंगे। हालांकि, ऐसे कितने भारतीय अमेरिका में मौजूद हैं, इसका सटीक आंकड़ा हमारे पास नहीं है।"
अवैध प्रवासन का विरोध, प्रतिभा के समर्थन पर जोर
जयशंकर ने अवैध प्रवासन की निंदा करते हुए कहा कि भारत अपने नागरिकों की प्रतिभा को विश्व मंच पर देखने का इच्छुक है। उन्होंने यह भी कहा कि वीजा प्रक्रियाओं में देरी जैसे मुद्दों पर अमेरिका के साथ चर्चा की जा रही है।
यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट (ICE) के मुताबिक, नवंबर 2024 तक अमेरिका में 20,407 ऐसे भारतीयों की पहचान की गई, जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं हैं। इन आंकड़ों के आधार पर कयास लगाए जा रहे हैं कि बड़ी संख्या में भारतीयों की घर वापसी हो सकती है। अमेरिका में लगभग 1.8 लाख भारतीय ऐसे हैं, जो या तो वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी रुके हुए हैं या जिनके दस्तावेज अधूरे हैं। भारत सरकार इस मामले पर अमेरिकी प्रशासन के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है।