द फॉलोअप डेस्क
TMC ने आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन मामले में प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया है। इसे लेकर TMC ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। TMC ने मोदी के अलावा राज्य के कृष्णानगर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राजमाता अमृता रॉय के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। TMC ने अपनी शिकायत में कहा है कि दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत एक कैंपेन स्टंट है, जिसे मीडिया में फैलाया गया है। हालांकि बीजेपी की ओर से इन सभी आरोपों को खारिज किया गया है।
3,000 करोड़ रुपये जनता को वापस किए जाएंगे
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने मोदी और रॉय के बीच बुधवार को टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र किया। जिसके कुछ अंशों पर TMC ने आपत्ति जताई है। TMC की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के अपने प्रयासों का उल्लेख किया कि पश्चिम बंगाल में गरीब लोगों से कथित तौर पर “लूटे” गए और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जब्त किए गए लगभग 3,000 करोड़ रुपये जनता को वापस किए जाएंगे। इन करोड़ों रुपए को बांटने के लिए सरकार एक नई योजना लेकर आएगी।
धर्म के नाम पर वोट हासिल करने की कोशिश में है बीजेपी
अमृता रॉय ने मोदी से कहा- हम महाराजा कृष्ण चंद्र रॉय जी की फैमिली से हैं। इसका ये लोग विरोध कर रहे हैं। बोलते हैं कि ये (महाराजा) ब्रिटिश के साथ थे। हम लोगों को गद्दार समझते हैं। हमने लोगों के लिए जो किया वो नहीं बोल रहे हैं। हमारा कहना है कि महाराजा इतना नहीं करते तो हमारा सनातन धर्म खत्म हो जाता। आज हम हिंदू नहीं रहते। आज हमारी भाषा दूसरी होती। हमारी वेषभूषा अलग होती। दूसरों के अधीन रहते। इसपर TMC का आरोप है कि इस बयान से साफ है कि धर्म के नाम पर वोट हासिल करने की कोशिश की जा रही है। आचार संहिता में कहा गया है कि कोई भी पार्टी या उम्मीदवार धार्मिक या सांप्रदायिक आधार पर बयान नहीं देगा।
पहले भी आरोप लगा चुकी है TMC
गौरतलब है कि यह पहली नहीं है कि जब TMC की ओर से प्रधानमंत्री पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया हो। इससे पहले भी दो बार TMC ने आचार संहिता उल्लंघन पर मोदी की शिकायत की है।
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