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Corona Update : कोरोना की चौथी लहर को लेकर ICMR के पूर्व वैज्ञानिक का बयान आपकी आंख खोल देगा...

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डेस्क: 

बीते कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में उछाल देखा जा रहा है। विशेष रूप से दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी आई है। हालांकि, अभी तक मरीजों में कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखा और ना ही मौत का कोई आंकड़ा सामने आया है, लेकिन बढ़ते मामले चिंता का विषय जरूर हैं। इस बीच, चर्चा है कि क्या कोरोना महामारी की चौथी लहर आ गई है। हालांकि, अभी तक डब्ल्यूएचओ या किसी और संस्था ने ऐसा कुछ नहीं कहा है। 

आईसीएमआर के पूर्व वैज्ञानिक का बयान
इधर, कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. गंगाखेडकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता ये चौथी लहर है। उन्होंने कहा कि इस समय पूरी दुनिया को कोरोना वायरस के टाइप बीए.2 वेरिएंट ने प्रभावित किया हुआ है। डॉ. गंगाखेडकर ने कहा कि हम में से अधिकांश लोगों ने मास्क के अनिवार्य उपयोग को नहीं समझा। इसे गलत तरीके से लिया गया। उन्होंने कहा कि जब चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा कि मास्क का उपयोग अनिवार्य नहीं है तो लोगों को लगा कि अब कोरोना का डर नहीं है। 

कोरोना का कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है
डॉ. गंगाखेडकर ने कहा कि अभी तक कोई नया वेरिएंट सामने नहीं आया है। जो लोग वृद्ध हैं या जिन्होंने कोविड वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है, या जो लोग संक्रमित हो चुके हैं। सबको फेस मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करना होगा। 

बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों को बंद कर दिया गया
देखा गया कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में स्कूलों को बंद कर दिया गया। डॉ. गंगाखेडकर ने इस बारे में कहा कि हमें स्कूलों को बंद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षा और छात्रों के समग्र विकास में बाधा आएगी। डॉ. गंगाखेडकर ने कहा कि 12 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाना चाहिए।