रांचीः
कोरोना वायरस दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, मेघालय आदि राज्यों में तेजी से पांव पसारता जा रहा है। लोगों को कोरोना की चौथी लहर आने का डर सता है। लोग पुरानी यादों को याद करके दहशत में हैं कि अगर चौथी लहर आई तो लोग अपने अपनों की सुरक्षा कैसे करेंगे। बीते दिन देश के अलग-अलग राज्यों में एक दिन में 1399 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की खबर ने पूरे झारखंड में हड़कंप मचा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह एक्टिव हो गए हैं।
कैसे लक्ष्ण देखने को मिल रहे
इस बार कई लोगों में पेट में दर्द, जलन, मरोड़, उल्टी और डायरिया के लक्षण देखे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक उपर्युक्त सभी कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। बावजूद कई लोग इसकी जांच नहीं कराना चाहते क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने से हर किसी को डर लगता है। ऐसे में ऊपर बताए लक्षणों का इलाज कैसे, कहां और कब कराना है साथ ही किस प्रकार अपना ध्यान रखना है। यह जानना बेहद जरूरी है।
गला भी हो रहा जाम
कोरोना वायरस इस बार गले को जाम कर रहा है। ऐसे में जब कोरोना सांस की नली में पहुंचता है तो गले में खराश, खांसी, तेज दर्द होता है। वहीं जब कोरोना फूड पाइप के जरिये पेट और आंतों तक पहुंचता है तो पेट में कई तरह की परेशानी पैदा करता है। यथा पेट में दर्द, मरोड़, लूज मोशन, उल्टी की शिकायत आम होती है। गले या पेट या फिर दोनों जगह इंफेक्शन की वजह से आपको बुखार भी हो सकता है। कोरोना के नए वेरिएंट का इलाज इन्हीं लक्षणों के आधार पर होता है।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में लोगों से कोरोना वायरस के खतरे के प्रति सतर्क रहने को कहा था। पीएम मोदी ने इस क्रम में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने यथा मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने सरीखे कोरोना से बचाव के लिए उपयुक्त व्यवहार का पालन करना जारी रखने का आग्रह किया था।