द फॉलोअप डेस्क
बिहार में कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में शामिल संजीव मुखिया के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। पेपर लीक के इस मास्टरमाइंड की संपत्ति जब्त की जाएगी। ईओयू ने संजीव की सभी चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा इकट्ठा करके आय से अधिक धन अर्जित करने का केस दर्ज किया है। इसकी जांच चल रही है।
जानकारी के अनुसार आरोपी संजीव मुखिया से जुड़े अब तक 11.50 लाख रुपये, 8 अचल संपत्तियों और दर्जनो बैंक खाते जब्त किए गए हैं। बिहार स्पेशल कोर्ट एक्ट के तहत इन संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि नालंदा जिले का निवासी संजीव मुखिया लंबे समय से फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई गई है। इस साल हुए नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले का उसे मास्टरमाइंड माना जा रहा है। इसके अलावा बीपीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उसकी संलिप्तता आ चुकी है।
पेपर लीक के अन्य आरोपी रंजीत कुमार रजक की पांच अचल संपत्ति के कागजात 8 बैंक खाते एवं अन्य वित्तीय निवेश आदि के कागजात जब्त किए गए हैं। उन्हें भी अटैच किया जा रहा है। एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने सोमवार को कहा कि पेपर लीक मामलों में शामिल सभी अपराधियों की संपत्ति जब्त की जाएगी। बीपीएससी पीटी में प्रश्नपत्र लीक के नहीं है। ईओयू के एडीजी सुनील कुमार एवं डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि बिहार लोक परीक्षा अधिनियम 2024 के तहत पेपर लीक करने वाले गिरोह पर एक करोड़ रुपये से अधिक जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान है।