द फॉलोअप डेस्क
अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर (Ram temple) के परिसर में 13 और मंदिरों का निर्माण होगा। इन मंदिरों का निर्माण मुख्य मंदिर का निर्माण पूरा हो जाने के बाद होगा। बता दें कि अभी राम मंदिर की सिर्फ पहली मंजिल का निर्माण हुआ है। इस तल्ले पर पीएम मोदी ने 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की है। मंदिर परिसर में 13 और मंदिरों के निर्माण की जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्वामी गुरुदेव गिरी ने दी है। कहा कि राम मंदिर परिसर को अधिक से अधिक भव्य, भक्तिमय और राममय बनाने की कोशिश है। कहा कि सभी 13 मंदिर किसी न किसी रूप से राम से संबंध रखने वाले होंगे।
कहां-कहां होगा मंदिरों का निर्माण
ट्रस्ट के स्वामी गुरुदेव गिरी ने बताया कि सबसे पहले मंदिर के चारों कोने में अलग से मंदिर का निर्माण किया जायेगा। वहीं, मंदिर परिसर में 5 मंदिरों का निर्माण होगा। इसमें प्रभु राम के अलावा, विष्णु भगवान, शिवजी, सूर्य मंदिर और माता जगदंबा के मंदिरों का निर्माण होगा। इन मंदिरों के साथ भगवान हनुमान और जटायु के भी विशाल मंदिर बनेंगे। इसकी रूपरेखा और भव्यता पर विचार किया जा रहा है। लेकिन 13 और मंदिर बनेंगे, इसका निर्णय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पिछले दिनों लिया जा चुका है।
बाहरी परिसर में भी बनेंगे मंदिर
राम मंदिर के बाहरी परिसर को भी राममय और भक्तिमय बनाया जायेगा। बाहरी परिसर में जो मंदिर होंगे, उनमें प्रभु राम के जीवन और प्रमुख घटनाओं से जुड़ी वस्तुओं और स्मृतियों को स्थापित किया जायेगा। ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार राम मंदिर के बाहरी परिसर में ऋषि वशिष्ट, विश्वमित्र, देवी सबरी, जटायु और बाल्मीकि के मंदिरों का निर्माण किया जायेगा। इन सभी का प्रभु राम और उनके जीवन से, किसी न किसी तरह से गहरा संबंध रहा है।