logo

ममता बनर्जी ने पिछड़ों का हक- आरक्षण मारकर मुस्लिमों को दिया, जनता से माफी मांगे दीदी- दीपक प्रकाश 

deepak_prakesh_3.jpg

द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। दीपक प्रकाश ने ममता बनर्जी को जनता से माफी मांगने को कहा है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है कि कोलकाता उच्च न्यायलय के द्वारा जो निर्णय आया है उसका मैं अभिनंदन करता हूं, आदर करता हूं। दीपक प्रकाश ने कहा कि किस प्रकार से ममता बनर्जी की सरकार ने पिछड़े समाज के हक और हुकूक छीनकर, उनका आरक्षण के कोटे को काटकर मुस्लिम समाज को देने की जो व्यवस्था की थी। इनके द्वारा तृष्टिकरण की जो राजनीति की थी उसे कोलकाता उच्च न्यायलय ने निरस्त किया है। 


2010 से 2014 तक 1 लाख मुस्लिम समाज को दिया गया पिछड़े होने का सर्टिफिकेट
दीपक प्रकाश ने कहा कि 2010 से 2014 तक 1 लाख मुस्लिम समाज के लोगों को पिछले दरवाजे से पिछड़े होने का जो सर्टिफिकेट दिया है। जिसको कोलकाता हाईकोर्ट ने निरस्त करने का काम किया है। इससे यह स्पष्ट है कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का व्यवस्था हमारे बाबा साहब अंबेडकर जी ने नहीं दिया। संविधान के ये रक्षक नहीं भक्षक है तुष्टिकरण की राजनीति के ये उदाहरण ही नहीं प्रमाण है। इसके लिए इंडिया गठबंधन और ममता बनर्जी को 141 करोड़ की जनता से माफी मांगनी चाहिए। जनता इनके चेहरे से जो नाकाब है उसे उतार कर फेंकने का काम लोकसभा चुनाव में करेगी।


2010 में कई वर्गों को दिए गए इस आरक्षण को रद्द 
गौरतलब है कि बुधवार को कोलकाता हाईकोर्ट ने अपने फैसले में 2010 में कई वर्गों को दिए गए इस आरक्षण को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने आरक्षण रद्द करते हुए इस प्रक्रिया को असंवैधानिक करार दिया। साथ ही कहा, “उसका मानना है कि मुसलमानों के 77 वर्गों को पिछड़ों के तौर पर चुना जाना पूरे मुस्लिम समुदाय का अपमान है।”राज्य में सेवाओं व पदों पर रिक्तियों में इस तरह के आरक्षण को देना अवैध है। कोर्ट के इस फैसले को अब राज्य की ममता सरकार के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।

Tags - West Bengal newscalcutta highcourtmamta banerjee