रांची
दिल्ली में एक चौक का नाम भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रखने पर सियासत गर्म हो गयी है। जेएमएम ने इसे पूरे आदिवासी समाज का अपमान बताया है और कहा है कि यह कदम तुरंत वापस होना चाहिए। भगवान बिरसा को उनके कद के हिसाब से सम्मान मिले वरना हूल-उलगुलान होगा। जेएमएम ने ट्राइबल आर्मी के एक पोस्ट को रिपोस्ट किया है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली शहर के बाहरी कोने पर एक छोटे से चौक का नाम भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रखना देश के करोड़ों आदिवासियों का अपमान है।
कहा है कि भगवान बिरसा मुंडा केवल आदिवासी समाज के नहीं, बल्कि पूरे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और गौरव हैं। क्या दिल्ली जैसे देश की राजधानी में उनके सम्मान और प्रतिष्ठा के अनुरूप कोई प्रमुख स्थान नहीं था? यह निर्णय उनकी विरासत और योगदान को कम आंकने का प्रयास है। यह प्रतीकात्मक राजनीति आदिवासियों के गौरव के साथ खिलवाड़ है। हम मांग करते हैं कि भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में दिल्ली के किसी प्रतिष्ठित स्थान का नामकरण किया जाए, ताकि उनका असली सम्मान हो सके।