डेस्क :
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान जारी कर येल पर्यावरण कानून व नीति केंद्र और अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान सूचना नेटवर्क केंद्र, कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 (EPI )की रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया है।
मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में EPI 2022 में कई सूचक निराधार मान्यताओं पर आधारित हैं। प्रदर्शन का आकलन करने के लिए उपयोग किए गए कुछ सूचक अनुमानों व अवैज्ञानिक तरीकों पर भी आधारित हैं।
EPI के सूचकांक में भारत है सबसे अंतिम पायदान
अमेरिकी संस्था ने पर्यावरणीय प्रदर्शन के आधार पर 180 देशों की एक सूची तैयार की है जिसे Environment Protection Index (EPI) कहते है। ईपीआई 11 श्रेणियों में 40 प्रदर्शन संकेतकों का उपयोग करके 180 देशों को जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन, पर्यावरणीय स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिति के आधार पर अंक देता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे कम अंक भारत (18.9), म्यांमार (19.4), वियतनाम (20.1), बांग्लादेश (23.1) और पाकिस्तान (24.6) को मिले हैं।
कम अंक पाने वाले अधिकतर वे देश हैं, जिन्होंने स्थिरता पर आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी या जो अशांति और अन्य संकटों से जूझ रहे हैं।