द फॉलोअप डेस्कः
पाकिस्तान ने सोचा भी नहीं होगा की जब वह भारत पर हमला करेगा, तो उसे चौतरफा जवाब मिलेगा। एक ओर आसमान से भारतीय वायु सेना की फाइटर जेट, मिसाइलें और ड्रोन ने कहर बरपा रखा है। वहीं दूसरी और भारत ने पानी का ऐसा सैलाब छोड़ दिया जिसने पाकिस्तान की चुले हिला दी। भारत ने पाकिस्तान को सिर्फ हथियारों से ही नहीं, पानी के जरिए भी करारा जवाब दिया। जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के चलते चिनाब नदी पर बने सलाल और बगलिहार डैम के कई गेट खोल दिए गए हैं। इससे पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी का बहाव अचानक तेज हो गया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
रामबन जिले में स्थित बगलिहार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के गेट सुबह 8:15 बजे खोले गए। इससे पहले भारत ने कुछ दिन पहले ही इन डैमों के गेट बंद कर दिए थे, जिससे पाकिस्तान में चिनाब नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से घट गया था। अब भारी बारिश और डैम के भर जाने से जब गेट खोले गए, तो पाकिस्तान की पहले से डगमगाते अर्थव्यवस्था पर और ज्यादा दबाव बन गया है और वहां के लोगों मे आए बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुवा है। भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुई सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को विश्व बैंक ने मध्यस्थता के जरिए लागू कराया था। इस संधि के तहत भारत को पूर्वी नदियों (सतलुज, रावी, ब्यास) का और पाकिस्तान को पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) का अधिकार मिला था, लेकिन हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने इस संधि को रद्द करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।
गुरुवार शाम पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, जैसलमेर, पोखरण, जालंधर और भुज जैसे रणनीतिक सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की। इन हमलों में पाकिस्तान के नापाक इरादे बेहद खतरनाक थे, लेकिन जैसे ही भारत को इसकी खबर हुई , भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने अपनी ताकत और मुस्तैदी से पाकिस्तान के हर कोशिश को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने तीन पाकिस्तानी फाइटर जेट्स को भी मार गिराया, जिनमें दो जेएफ-17 और एक एफ-16 शामिल थे। ये फाइटर जेट भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें सतर्क रडार सिस्टम और फाइटर स्क्वाड्रन की मदद से हवा में ही निशाना बनाते हुए ध्वस्त किया गया। भारत की रक्षा प्रणाली में शामिल रूस निर्मित एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों में अहम भूमिका निभाई। जम्मू हवाई अड्डे, सांबा, आरएस पुरा, अरनिया, उधमपुर और पठानकोट के सैन्य ठिकानों पर आ रहे पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को इस सिस्टम ने हवा में ही खत्म कर दिया। राजौरी और पुंछ की नियंत्रण रेखा पर जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई, लेकिन भारत की तरफ से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।