द फॉलोअप डेस्क
CBI ने ब्रिज एंड रूफ कंपनी लिमिटेड मामले में IAS अधिकारी बिष्णुपद सेठी के भुवनेश्वर स्थित सरकारी आवास पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि नई दिल्ली से आई CBI की एक टीम ने मंगलवार को सेठी के घर पर तलाशी ली। यह छापेमारी 10 लाख रुपये के रिश्वत मामले की जांच के संदर्भ में की गई।
IAS अधिकारी ने किया रेड का विरोध
वहीं, इस दौरान IAS अधिकारी बिष्णुपद सेठी ने खुद को निर्दोष बताते हुए CBI की कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कोई FIR दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे छापेमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। चंचल मुखर्जी से मेरा कोई संबंध नहीं है और ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड से मुझे कोई लाभ नहीं मिला है।” सेठी ने आरोप लगाया कि चंचल मुखर्जी राज्य सचिवालय में पूर्व में विभिन्न विभागों में काम करने के कारण स्वतंत्र रूप से प्रवेश कर सकते थे। CBI और सेठी के बीच हुई नोकझोंक
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, छापेमारी के दौरान CBI और सेठी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। अधिकारी ने CBI पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का भी दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि CBI की कार्रवाई से उन्हें मानसिक तनाव हो रहा है। साथ ही सुसाइड की धमकी दी। सेठी ने यह आरोप भी लगाया कि छापेमारी के दौरान CBI टीम ने उनके परिवार के सदस्यों को भी परेशान किया और उनका व्यवहार बहुत ही खराब था।
पहले भी भेजा था नोटिस
यह ध्यान देने योग्य है कि CBI ने पहले भी सेठी को नोटिस भेजा था, लेकिन वह जांच के लिए उपस्थित नहीं हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, CBI ने पहले सेठी को रिश्वत मामले में तलब किया था। लेकिन उन्होंने पेशी से मना कर दिया। जानकारी हो कि CBI ने ब्रिज एंड रूफ कंपनी लिमिटेड के महाप्रबंधक चंचल मुखर्जी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। 7 दिसंबर को भुवनेश्वर के जयदेव विहार स्थित होटल के पास से मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था, जब वे कथित तौर पर संतोष मोहराणा और देबदत्त महापात्र से रिश्वत ले रहे थे।