द फॉलोअप नेशनल डेस्क
गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाली छात्रा की रिजल्ट के 4 दिन बाद ही ब्रेन हेमरेज से मौत हो गयी। परिवार ने छात्रा की आंखें दान में दे दी हैं। साथ ही परिवार ने छात्रा की बॉडी मेडिकल कॉलेज को डोनेट कर दिया है। जिससे मेडिकल की पढ़ाई करने वाले डॉक्टर्स को मदद मिल सके। छात्रा का नाम हीर घेटिया है औऱ वो मोरबी की रहने वाली थी। परिवार ने बताया कि हीर डॉक्टर बनना चाहती थी। 10वीं बोर्ड की परीक्षा में उसने 99.70% मार्क्स हासिल कर टॉपर्स में स्थान बनाया था। गणित विषय में तो हीर को 100 में से 100 अंक मिले थे।
इस तरह हुई मौत
हीर के परिजनों ने बताया कि उसे लगभग एक माह पहले ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद राजकोट में एक निजी अस्पताल में उसे एडमिट किया गया। यहां हीर का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद हीर वापस अपने घर भी आ गयी। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद उसे फिर से सांस लेने में दिक्कत होने लगी। साथ ही हार्ट में दर्द होने लगा। इसके बाद हीर को राजकोट की ट्रस्ट की ओर संचालित बीटी सावनी नाम के अस्पताल में एडमिट किया गया। यहां हीर को चिकित्सकों ने ICU में रखा। हीर की ब्रेन की MRI कराई गयी। इसकी रिपोर्ट में पता चला कि हीर का ब्रेन 80 से 90 फीसद तक काम करना बंद कर चुका है। 15 मई तक हीर के हार्ट ने भी हरकत बंद कर दी। इसके बाद उसकी मौत हो गयी।
डॉक्टर बनना चाहती थी हीर
हीर के परिजनों ने बताया कि पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली हीर डॉक्टर बनना चाहती थी। अब उन्होंने कहा है कि हीर का सपना तो पूरा नहीं हो पाया, लेकिन उसका शरीर डॉक्टर बनने की इच्छा रखने वाले मेडिकल छात्रों की मदद करेगा। उन्हें सबसे अधिक अफसोस इस बात का है कि पूरे साल उसने पढ़ाई में जो जी तोड़ मेहनत की थी, उसका रिजल्ट देखने के लिए भी वो जीवित नहीं बची। परिजनों ने कहा कि हीर का शरीर डोनेट करके उन्होंने समाज के प्रति अपना दायित्व भी निभाया है। दूसरों के लिए ये एक मिसाल बनेगा।
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