द फॉलोअप डेस्क
मथुरा के ब्रज में होली के रंगारंग उत्सव का आगाज हो चुका है। इस बीच शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरसाना पहुंचकर राधा रानी के दर्शन किए और पूजन किया। इसके बाद उन्होंने फूलों और लड्डू से होली की शुरुआत की। इस बार होली का उत्सव वृंदावन में और भी खास होने वाला है। क्योंकि यहां 2,000 से ज्यादा विधवाएं एक साथ होली खेलकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और सामाजिक संगठनों के सहयोग से आयोजित होने वाला यह अनूठा आयोजन "विधवाओं की होली-2025" गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराएगा। क्या है आयोजन का उद्देश्य
बता दें कि इस आयोजन का उद्देश्य केवल रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि विधवाओं के जीवन में खुशी का संचार करना और सामाजिक समरसता का संदेश फैलाना है। वृंदावन भगवान कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है। यहां की होली हमेशा खास रही है, लेकिन इस बार यह ज्यादा अहम होगी। पारंपरिक रूप से होली जैसे त्योहारों से दूर रखी जाने वाली विधवाएं इस बार पूरे उत्साह के साथ इसमें भाग लेंगी। यह उनके जीवन में एक नई उमंग और खुशी का संचार करेगा। यह आयोजन सदियों पुरानी परंपराओं को तोड़ने का प्रतीक है।
परंपरा को चुनौती देगा ये आयोजन
जानकारी हो कि "विधवाओं की होली" भारत में विधवाओं को सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों से अलग रखे जाने की परंपरा को चुनौती देती है। यह आयोजन सशक्तिकरण और समावेशिता का प्रतीक बन चुका है। हर साल वृंदावन के कई आश्रमों से हजारों विधवाएं होली खेलती हैं, जो अब एक सांस्कृतिक उत्सव बन चुका है। ऐसे में अब योगी सरकार इसे और भी बड़े पैमाने पर साल 2025 में 2000 से ज्यादा विधवाओं के साथ आयोजित करने का प्रयास कर रही है। इस आयोजन को एक भव्य सांस्कृतिक पुनरुत्थान और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक बनाने का लक्ष्य है।
इस ऐतिहासिक आयोजन में पारंपरिक लोक गायन, नृत्य, भक्ति गीत और प्राकृतिक रंगों का प्रयोग होगा। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मेहमान, मीडिया और श्रद्धालु भी इसमें शामिल होंगे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में इस आयोजन का प्रमाणन किया जाएगा। यह आयोजन न केवल एक विश्व रिकॉर्ड होगा, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव और समावेशिता का मजबूत संदेश भी देगा।