द फॉलोअप डेस्क
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने छत्तीगढ़ से जुड़े महादेव ऐप सट्टेबाजी से जुड़े मामले में पहली अरेस्टिंग की है। गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की SIT टीम ने की है। सट्टेबाजी के ऐप धोखाधड़ी मामले में मुंबई से दीक्षित कोठारी को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि कुल 15 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। इस घोटाले ने एक समय में छत्तीसगढ़ की सियासी बुनियाद को हिलाकर रख दिया था। वहीं ईडी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम चार्जशीट में दाखिल किया है। बघेल का नाम 508 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के मामले में आया है। ईडी इसकी जांच कर रही है।
क्या कहा है मुंबई पुलिस ने
दीक्षित की गिरफ्तारी के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कहा है कि दीक्षित ही वे आदमी हैं, जिसकी ईमेल आईडी का इस्तेमाल सट्टेबाजी के ऐप के लिए डोमन रजिसट्र करने के लिए किया गया। दीक्षित की मेल आईडी के जरिये महादेव ऐप का रजिस्ट्रेशन किया गया औऱ डोमेन की स्वीकृति ली गयी। बता दें कि ये सारी प्रक्रिया ऑनलाइन की गयी। आऱोप है कि डोमैन के मेंटेनेंस के नाम पर इसकी मदर कंपनी को दो लाख रुपये का प्रतिवर्ष दिया जा रहा था। डोमैन और महादेव ऐप के वेबसाइट को अब फ्रीज कर दिया गया है।
2023 में हुआ मामले का खुलासा
गौरतलब है कि महादेव ऐप के जरिये सट्टेबाजी का खुलासा 2023 में हुआ था। पुलिस ने तहकी किया तो छत्तीसगढ़ में चल रहे इस घोटाले के तार महाराष्ट्र से जुड़े पाये गये। इसके बाद माटुंगा पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया। अतिरिक्त पड़ताल करने के बाद मामले की परत दर परत खुलने लगी। पता चला कि छत्तीसगढ़ के कुछ आला राजनीतिज्ञ भी महादेव एप घोटाले से जुड़े हैं। लेकिन इनके खिलाफ पुख्ता प्रमाण अभी तक नहीं मिले हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के हवाले किया गया। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SIT का गठन किया। टीम अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पड़ताल कर रही है।