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जानने वाली खबर : जिस सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पीएम करेंगे उद्घाटन, जरा उसकी खासियत भी जान लीजिए

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डेस्क: 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)  8 सितंबर यानी आज सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenue) का उद्घाटन करने वाले हैं। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू विजय चौके (Vijay Chowk) से लेकर इंडिया गेट (India Gate) तक है। राजपथ के साथ बने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में हर राज्य का फूड स्टॉल बना है। एवेन्यू का फुटपाथ रेड ग्रेनाइट से बनाया गया है। चारों तरफ हरियाली है। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में वेंडिंग जोन और पार्किंग लॉट भी बना है। इस एवेन्यू को आम लोगों के लिए 9 सितंबर को खोल दिया जाएगा। इंडिया गेट के पास भी 2 ब्लॉक बनाए गये हैं। हर ब्लॉक में 8 दुकानें है। 

19 एकड़ में फैले नहर क्षेत्र का पुनर्विकास
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के तहत 19 एकड़ में फैले नहर के इलाके को पुनर्विकसित किया गया है। इसमें 16 पुल बनाए गए हैं। आम लोग कृषि और वाणिज्य भवन के पास बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकेंगे। यहां बने पॉर्किंग लॉट में 1,125 गाड़ियां खड़ी की जा सकती है। कॉरिडोर एरिया में 900 से ज्यादा लाइट पोल्स लगाए गये हैं। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में 3.90 लाख वर्ग मीटर ग्रीन एरिया है। इसमें बने तकरीबन 16 किमी लंबे रास्ते में लोग वॉक कर सकते हैं। ये केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी परियोजना है। 

कर्तव्यपथ कहा जाएगा पुराना राजपथ
दरअसल, इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhawan) तक राजपथ के दोनों तरफ के क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है। 13 हजार 450 करोड़ रुपये की लागत से इसे नए सिरे से विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत नया संसद भवन (Parliament Building), प्रधानमंत्री (Prime Minister) और उपराष्ट्रपति आवास (Vice President) बन रहा है।

नया प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति कार्यालय भी बनेगा। नया संसद भवन त्रिकोण आकार का होगा। नया संसद भवन 64 हजार 500 वर्ग मीटर में फैला होगा जिसमें एक साथ 1 हजार 224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत सभी सांसदों के कार्यालय का भी निर्माण किया जा रहा है। राष्ट्रीय संग्रहालय को अब नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित किया जा रहा है। स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करना इसका मकसद है। 

1,224 सांसदों के बैठने की होगी व्यवस्था
नए संसद भवन में लोकसभा के 888 और राज्यसभा के 384 सांसद बैठ सकेंगे। नया संसद भवन इस साल के अंत तक बनकर तैयार हो जायेगा। पूरा प्रोजेक्ट 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले तक पूरा होने की उम्मीद है। ये एनडीए सरकार की नई विरासत जैसा होगा। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के समय इस प्रोजेक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिकाएं भी दाखिल की गई थीं। 

फरवरी 2021 में शुरू हुआ था ये प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि इस परियोजना के तहत निर्माण कार्य फरवरी 2021 में शुरू हुआ था। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक की मुख्य सड़क को अब राजपथ की जगह कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा। निर्माण कार्यों की वजह से जिस राजपथ को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था उसे अब नए नाम के साथ 19 महीने बाद खोल दिया जाएगा।