द फॉलोअप नेशनल डेस्क
लाकसभा चुनाव समाप्त होते ही इंडिया अलायंस में एकजुटता की कवायद तेज हो गयी है। खबर है कि केरल की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं प्रियंका गांधी के लिए ममता बनर्जी प्रचार करेंगी। प बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इसके लिए अपनी सहमति भी दे दी हैं। जानकारों का मानना है कि ममता की इस सहमति से कांग्रेस और टीएमसी के बीच आई खटास में कमी होगी। ये भी कहा जा रहा है कि ममता ने बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस के प्रति नरम रुख अख्तियार किया है। बता दें कि चौधरी ने कल ही अपने पद से इस्तीफा दिया है। लोकसभा चुनाव में उनके खराब प्रदर्शन को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। वे अपनी सीट भी नहीं बचा पाये थे। प बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट पर उनको पूर्व क्रिकेटर और टीएमसी प्रत्याशी इऱफान पठान ने पराजित कर दिया था।
ममता ने प्रियंका को दिया था ये सुझाव
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले भी इंडिया गठबंधन की एक मीटिंग में ममता बनर्जी ने प्रियंका गांधी को बनारस से पीएम मोदी के खिलाफ उतरने का सुझाव दिया था। अब अधीर रंजन चौधरी का मुद्दा सुलझ जाने के बाद कांग्रेस और टीएमसी के बीच संबंध सुधरते दिख रहे हैं। वायनाड और रायबरेली सीट पर राहुल गांधी जीत हासिल की है। अब राहुल ने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया है। यहां से प्रियंका गांधी को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा गया है। वायनाड और रायबरेली से राहुल गांधी ने साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की है। राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर 3.6 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। वह यहां से दूसरी बार चुने गए हैं।
वायनाड सीट से दो बार जीत चुके हैंं राहुल गांधी
वहीं, राहुल गांधी रायबरेली सीट से पहली बार जीते हैं। यह सीट सोनिया गांधी के राज्यसभा में चुने जाने के बाद खाली हुई थी। अब चूंकि, वह केवल एक सीट पर सांसद रह सकते हैं तो रायबरेली की सीट राहुल गांधी ने बरकरार रखी है। वायनाड सीट पर इस्तीफा दिए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रियंका गांधी को उप चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बाद सियासी हलकों में वायनाड सीट एक बार से चर्चा के केंद्र में आ गया है।