द फॉलोअप डेस्क
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ मेला और उसमें स्नान को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा दिए गए बयान ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। इसे लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट के वकील सुधीर कुमार ओझा ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दायर किया है। इस पर अगली सुनवाई 3 फरवरी को होगी।
क्या है वादी का आरोप
इस मामले में वादी का आरोप है कि खड़गे ने जानबूझकर सनातनी हिन्दुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। ओझा का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के मऊ में एक रैली के दौरान गंगा में स्नान को लेकर यह विवादास्पद बयान दिया था। खड़गे ने कहा था कि गंगा में स्नान करने से न तो गरीबी दूर होती है और न ही बेरोजगारी खत्म होती है। उनका यह बयान BJP नेताओं के कुंभ स्नान पर तंज कसते हुए था। इसमें उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।कई धाराओं के तहत केस दर्ज
वादी ने कहा कि खड़गे ने जानबूझकर करोड़ों हिन्दुओं की धार्मिक आस्थाओं को आहत किया और इसे अपनी राजनीति चमकाने का हथियार बनाया। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दायर किया गया है। कोर्ट ने इस पर सुनवाई के लिए 3 फरवरी 2025 की तारीख तय की है।
क्या था कांग्रेस अध्यक्ष का बयान
जानकारी हो कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी रैली में कहा था कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर नहीं होती और भूखमरी खत्म नहीं होती। उन्होंने यह टिप्पणी करते हुए किसी की आस्था पर चोट करने की मंशा न होने की बात भी कही थी। लेकिन अपनी बात में यह भी जोड़ा था कि जो लोग हजारों रुपए खर्च कर गंगा स्नान करते हैं, वे सिर्फ टी.वी. पर अपनी छवि बनाने के लिए ऐसा करते हैं। इसके साथ ही खड़गे ने BJP नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि उनका इतना पाप हो चुका है कि वे 7 जन्मों में भी स्वर्ग नहीं जा सकते।