दिल्ली:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) ने अपनी महात्वाकांक्षी और अतिमहत्वपूर्ण भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का लोगो, टैगलाइन और पैम्फलेट जारी किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) और दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में यात्रा का लोगो और टैगलाइन जारी किया। भारत जोड़ो यात्रा का टैगलाइन है मिले कदम....जुड़े वतन।
वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बताया कि पार्टी कार्यक्रम से जुड़ा वेबसाइट भी जल्दी ही लॉंच करेगी। इस वेबसाइट के जरिए लोग यात्रा से जुड़ सकेंगे। ऑनलाइन समर्थन दे सकेंगे। अपनी राय साझा कर सकेंगे और यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकेंगे।
LIVE: Congress Party Briefing by Shri @digvijaya_28 and Shri @Jairam_Ramesh at AICC HQ. #BharatJodoYatra https://t.co/Ncs9zi7YIa
— Congress (@INCIndia) August 23, 2022
देश में विभानकारी राजनीति सक्रिय है!
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि मौजूदा समय में देश में विभाजनकारी राजनीति हो रही है। देश के विभिन्न समुदाय, संप्रदाय, जाति, वर्ग, धर्म और क्षेत्र के लोगों को आपस में जोड़ने की बजाय उन्हें तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। विभाजनकारी राजनीति के जरिए लोगों का ध्यान बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और अशिक्षा जैसे बुनिदायी मुद्दों से हटाने की साजिश रची जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा वक्त की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी व्यापक पैमाने पर इसकी तैयारी शुरू कर चुकी है।
श्री @Jairam_Ramesh एवं श्री @digvijaya_28 द्वारा 'भारत जोड़ो यात्रा' का कैम्पेन लॉन्च किया गया।
— Congress (@INCIndia) August 23, 2022
आइए, #BharatJodoYatra में कदम से कदम मिलाएं, अपने सपनों का भारत बनाएं। pic.twitter.com/cTSQS1Fqza
7 सितंबर से शुरू होगी भारत जोड़ो यात्रा
गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर से होगी। कश्मीर (Kashmir) से लेकर कन्याकुमारी (Kanyakumari) तक होने वाली इस यात्रा की शुरुआत कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में 7 सितंबर (7th Semtember) को कन्याकुमारी से होगी।
प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी अपने समर्थकों के साथ श्रीपेरंबदूर जाएंगे जहां दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) से जुड़े मेमोरियल में कुछ वक्त बिताएंगे और ध्यान लगाएंगे। दरअसल, 21 मई 1991को एक चुनावी रैली के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की लिट्टे आतंकियों ने हत्या कर दी थी। यहां मेमोरियल बना है।
12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में यात्रा
कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में खत्म होने वाली कांग्रेस पार्टी की ये यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। पांच महीने तक चलने वाली इस यात्रा में कुल 3500 किमी की दूरी तय की जायेगी। राहुल गांधी लगातार लोगों औऱ विभिन्न संगठनों से इस मुहिम के लिए समर्थन मांग रहे हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली में एक कॉन्क्लेव का आयोजन किया था। इसमें 150 सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन ने शिरकत की और समर्थन का ऐलान किया।
अन्ना आंदोलन से चर्चा में आये और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में रहे योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने भी भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश को इस यात्रा की जरूरत है। योगेंद्र यादव इस समय स्वराज इंडिया नामक संगठन के प्रेसिडेंट हैं। धीरे-धीरे और भी लोगों के जुड़ने की उम्मीद है।
राहुल गांधी ने इस यात्रा को लेकर क्या कहा!
राहुल गांधी ने इस यात्रा को लेकर कहा कि देश की राजनीति पोलोराइज हो गई है। हमलोग यात्रा में देशवासियों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ संघ की विचारधारा है तो दूसरी तरफ हमारी सबको साथ जोड़ने की विचारधारा है। हमलोग इस विश्वास के साथ यात्रा शुरू कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं बल्कि जोड़ने की राजनीति चाहते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नफरत फैलाने वालों और देश में विभाजन फैलाने वालों के अलावा भारत जोड़ो यात्रा में सबका स्वागत है। राहुल गांधी ने कहा कि यदि उनके साथ कोई नहीं भी चला तो वे अकेले इस यात्रा पर चल देंगे और एकता का संदेश देंगे।
उदयपुर के चिंतन शिविर में बनी थी रूपरेखा
ये जानना अहम है कि भारत जोड़ो यात्रा कोई अचानक तय किया गया कार्यक्रम नहीं है बल्कि कुछ महीने पहले राजस्थान के उदयपुर में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर में ही इसकी रूपरेखा तय हो गई थी। शिविर के आखिरी दिन अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा था कि हम फिर से जनता के बीच जाएंगे। उनसे अपने रिश्ते मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा था कि ये काम शॉर्टकट से नहीं होगा।
बताया जाता है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को सलाह दी थी कि पार्टी देश के अलग-अलग हिस्सों में 200 प्रभावशाली लोगों, समाजसेवी तथा सिविल सोसायटी से संपर्क स्थापित करें। संभावना जताई जा रही है कि भारत जोड़ो यात्रा उसी सुझाव का परिणाम है। 2024 के लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भी कांग्रेस की ये मुहिम काफी अहम मानी जा रही है।