द फॉलोअप डेस्क
अब जबकि लोकसभा के लिए पहले चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। इस बात को लेकर चर्चा होने लगी है कि आखिर बीजेपी और नवीन पटनायक की बीजेडी के बीच गठबंधन क्यों नहीं हो पाया। कुछ दिनों पहले तक कयास लगाये जा रहे थे कि अंतिम समय तक दोनों पार्टियां आपसी गठबंधन करेंगी और साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी। लेकिन पहले चरण के चुनाव के बाद इस तरह की कयासों का खात्मा हो गया है। बल्कि ये खबर भी है कि विधानसभा का चुनाव भी दोनों दल अलग-अलग लड़ेंगे।
कई दौर में हुई बातचीत
आपको बता दें कि बीजेपी औऱ बीजेडी के बीच गठबंधन के लिए दोनों पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हुई। हर बार यही लगा कि गठबंधन हो जायेगा। लेकिन बात नहीं बन सकी। अब खबर है कि दोनों ही दल लोकसभा औऱ विधानसभा का चुनाव भी अलग-अलग ही लड़ेंगे। इस बारे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली में कहा कि अलायंस नहीं करने का निर्णय कार्यकर्ताओं की मांग पर लिया गया है।
क्या कहा अमित शाह ने
अमित शाह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की राय है कि ओडिशा की समृद्ध भाषा औऱ संस्कृति और परंपरा की रक्षा के लिए बीजेपी को राज्य में अकेले काम करना चाहिये। साथ ही उन्होंने कहा कि हम राज्य में ये मैसेज भी देना चाहते हैं कि मोदी के नेतृत्व में जहां भी चुनाव लड़ा गया है और जिस राज्य में बीजेपी को बढ़त मिली है, वहां विकास का ग्राफ तेजी से उपर गया है। शाह ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं की सलाह पर ही ये निर्णय लिया गया है।
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -
https://chat।whatsapp।com/H6JHUZV9z0LIcfjbcYlVDn