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दिल्ली : संसद में 'चिकन तंदूरी' को लेकर हुआ हंगामा, BJP के आरोपों पर विपक्ष का पलटवार

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डेस्क: 

संसद का मानसून सत्र चल रहा है। महंगाई और बेरोजगारी की मांग पर चर्चा को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच रोज सदन में तकरार हो रही है। सदन के बाहर, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी को पूछताछ को लेकर प्रदर्शन हो रहा है। सदन में हंगामा को लेकर राज्यसभा और लोकसभा के निलंबित सांसद संसद भवन परिसर में बने गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं। कुल मिलाकर पूरा मानसून सत्र हंगामेदार रह रहा है। इसी बीच संसद में चिकन तंदूरी पर बवाल हो गया है। 

बीजेपी ने लगाया चिकन तंदूरी खाने का आरोप
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि सदन से निलंबित कुछ सांसदों ने गांधी प्रतिमा के सामने चिकन तंदूरी खा लिया। बीजेपी प्रवक्ता शाहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया है कि निलंबित सांसदों ने संसद परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने चिकन-तंदूरी खा लिया। उनका कहना है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे कुछ निलंबित सांसदों ने चिकन तंदूरी खा लिया। सभी जानते हैं कि गांधी जी के जानवरों के वध पर कट्टर विचार थे। शहजाद पूनावाला ने कहा कि कई लोग पूछ रहे हैं कि ये विरोध था या तमाशा। या फिर पिकनिक। 

 

बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी सांसद का जवाब
इधर, शहजाद पूनावाला के आरोपों पर पलटवार करते हुए टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि वे दरअसल, ये बर्दाश्त नहीं कर सकते कि खाना हमारे घर से नहीं बल्कि दूसरे सांसद ला रहे हैं। सुष्मिता देव ने कहा कि वे (बीजेपी) हमारी एकजुटता से डरते हैं। टीएमसी सांसद ने कहा कि हम जानते हैं कि बीजेपी और आरएसएस वाले बाहर क्या कहते हैं और अकेले में क्या खाते हैं। 

टीएमसी सांसद ने सरकार पर लगाया ये आरोप
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि बीजेपी द्वारा लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं। महंगाई के कारण सरकार के नेता और मंत्री बदनाम हो गये हैं। उनके पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए, विपक्षी सांसदों के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग और सरकार के मंत्री बंद दरवाजों के पीछे सबकुछ खाते हैं, इसलिए हमारे खाने पर टिप्पणी ना करें।