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आपदा : मणिपुर में फिर दरका विशाल पहाड़, भूस्खलन की घटना में अब तक 24 लोगों की मौत

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डेस्क: 

मणिपुर के नोनी जिले में हादसे वाली जगह पर एक और भूस्खलन हुआ है। मणिपुर की माउंट्रैनियरिंग एंड ट्रैकिंग एसोसिएशन ने इस बात की पुष्टि की है। गौरतलब है कि शनिवार को इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए फ्रैश टीम को उतारा गया था। गौरलब है कि शनिवार तड़के भूस्खलन की घटना ऐसे वक्त में हुई है जब मणिपुर पहले ही भूस्खलन की त्रासदी से उबरने कीकोशिश कर रहा है। बता दें कि मणिपुर के तुपूल जनरल एरिया में हुए भूस्खलन में अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है। 

बुधवार देर रात और गुरुवार तड़के की घटना
गौरतलब है कि बुधवार की देर रात और गुरुवार तड़के भूस्खलन की घटना उस जगह पर हुई जहां भारतीय सेना के 107 टैरिटोरियल आर्मी की एक पूरी बटालियन तुपुल रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन जिब्राम-इंफाल रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए तैनात की गई थी। नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ ने कहा कि लगातार हो रही बारिश की वजह से हुए भूस्खलन ने तुपुल रेलवे स्टेशन बिल्डिंग और जिब्राम-इंफाल न्यू रेल लाइन प्रोजेक्ट को बहुत क्षति पहुंचाई है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। 

युद्धस्तर पर जारी है राहत और बचाव कार्य
डिफेंस पीआरओ (गुवाहाटी) ने बताया कि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इंडियन आर्मी, असम राइफल्स, टेरिटोरियल आर्मी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान घटनास्थल पर लगातार राहत औऱ बचाव अभियन चला रहे हैं। डिफेंस पीआरओ ने बताया कि रेस्क्यू टीम को अभी भी लापता 12 जवानों और 26 आम नागरिकों की तलाश है। शुक्रवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा था कि नोनी में हुआ भूस्खलन राज्य के इतिहास की सबसे भीषण त्रासदी है। एन बीरेन सिंह ने घटनास्थल का दौरा भी किया और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। 

पीएम मोदी ने सीएम एन बीरेन सिंह संग की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ एक आपात बैठक की और नोनी जिले में भूस्खलन की घटना की जानकारी ली। उन्होंने स्थिति की समीक्षा करने के साथ ही आवश्यक दिशा-निर्दश भी दिए। पीएम ने कहा कि इस घटना से उबरने के लिए केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार की हरसंभव सहायता करेगी। उन्होंने घटना पर दुख भी व्यक्त किया। 

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