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वाराणसी : काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट पर महिला पढ़ने लगी नमाज, पुलिस ने लिया हिरासत में..क्या है पूरा मामला 

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वाराणसी
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर मुस्लिम पक्षकार और संत समाज दोनों पक्षों में टकराव की नौबत आ गई है। इसी बीच एक महिला अचानक काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी। वह काफी देर तक नमाज पढ़ती रही। पुलिसकर्मियों ने काफी इंतजार के बाद उसे जबरन उठा लिया। महिला को हिरासत में ले लिया गया। माहौल को भांपते हुए भारी संख्‍या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। स्‍थानीय दुकानदारों ने बताया कि मस्जिद में हर शुक्रवार की अपेक्षा इस बार ज्‍यादा संख्‍या में मुस्‍लिम समाज के लोग नमाज पढ़ने आ रहे हैं। परिसर के चारों ओर काफी भीड़ नजर आ रही है। माहौल को खराब करने की कोशिश की गई। अचानक एक महिला नमाज पढ़ने लगी


कौन है नमाज पढ़ने वाली महिला?
पुलिस ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने जब पुरुष वर्ग ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे उसी समय अचानक एक महिला नमाज पढ़ने बैठ गई। 10 मिनट बाद महिला एसआई एवं महिला आरक्षी की देखरेख में उसका बयान लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह मानसिक बीमार है। उसे पंजाब स्थित फरीद बाबा मजार का सपना आया था कि यहाँ नमाज पढ़े। महिला को इलाज के लिए एसएपीजी कबीरचौर रवाना किया गया है। उसके पास से तलाशी में एसएसपीजी कबीरचौरा , राजकीय महिला चिकित्सालय वाराणसी के मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त हुए हैं। महिला आयशा पत्नी मो हनीफ पुत्री मो यार निवासी जे 4/32 हसतले अंश थाना जैतपुरा की रहने वाली है। उसके पास से हिंदू देवी-देवताओं की फोटोज, दवाएं, वोटर आईडी कार्ड व जाति प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है। 


क्या है ज्ञानवापी मस्जिद मामला 
दरअसल वाराणसी की एक कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे होने जा रहा है। इसे लेकर दोनों पक्षों में टकराव की नौबत बन रही है। मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई है, इसलिए उन्हें ऋंगार गौरी मंदिर में पूजा का हक दिया जाए। वहीं ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन कमेटी कोर्ट के आदेश के खिलाफ खड़ी है। बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद वाराणासी के काशी विश्वनाथ मंदिर से लगी हुई है। इसी मस्जिद के परिसर की वीडियोग्राफी होनी है। मुस्‍लिम पक्षकार इसका विरोध कर रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे होने में तीन से चार दिन लगने का अनुमान है। इस दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी होगी। 


पांच महिलाओं ने याचिका दाखिल की थी
दरअसल कोर्ट को सर्वे का आदेश इसलिए देना पड़ा क्योंकि पांच महिलाओं रेखा पाठक, सीता साहू, लक्ष्मी देवी, मंजू व्यास और राखी सिंह ने एक याचिका दायर की थी। इन महिलाओं ने हर रोज ऋंगार गौरी मंदिर में पूजा करने की अनुमति दिए जाने की अपील की थी। ऋंगार गौरी का मंदिर मस्जिद परिसर में मौजूद है।  पिछले साल 18 अगस्त को कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। 26 अप्रैल को वाराणसी सिविल कोर्ट का आदेश आया था। आदेश में एक कमीशन नियुक्त किया गया है। इस कमीशन को 6 और 7 मई को दोनों पक्षों की मौजूदगी में ऋंगार गौरी की वीडियोग्राफी के आदेश दिए गए हैं। 10 मई तक अदालत ने इसे लेकर पूरी जानकारी मांगी है. अब मुस्‍लिम पक्षकार इसी सर्वे का विरोध कर रहा है।