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गर्मी से मौत के आंकड़ों में 85% का इजाफा, चौंकाता है 9 वर्षों का आंकड़ा

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द फॉलोअप डेस्क
दुनियाभर में तापमान का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस कारण मौत के आंकड़ों में भी भारी इजाफा हुआ है। लैंसेट काउंटडाउन ने एक रिपोर्ट जारी किया है जिसमें कई हैरान करने वाले खुलासे किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले 9 सालों में तापमान में बढ़ोतरी के कारण 65 साल की अधिक आयु के लोगों की मौत के आंकड़े में 85% का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक अगले तीन दशक में बढ़ता है तो सदी के मध्य तक सालाना गर्मी से संबंधित मौतों में 370% की वृद्धि होने का अनुमान है। यह मौजूदा संख्या से 5 गुणा ज्यादा होगा। 


क्या कहते है विशेषज्ञ
इस रिपोर्ट को लेकर लैंसेट काउंटडाउन के विशेषज्ञ मरीना रोमानेलो कहते हैं कि हमारे स्वास्थ्य आकलन से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे दुनियाभर में जीवन और आजीविका पर भारी पड़ रहे हैं। 2 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म दुनिया के अनुमान एक खतरनाक भविष्य को दर्शाते हैं और एक गंभीर रिमाइंडर है कि अब तक इससे निपटने के लिए किए गए प्रयासों की गति और पैमाने लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पर्याप्त नहीं हैं।’


अब भी उम्मीद बाकी अगर...
मरीना रोमानेलो ने आगे कहा कि अभी भी पूरी दुनिया में प्रति सकेंड 1,337 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित हो रही है। जिस कारण गर्मी से होने वाली मौते के आंकड़े में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके बावजूद हम इतनी तेजी से उत्सर्जन में कमी नहीं कर पा रहे हैं कि जलवायु संबंधी खतरों को उस स्तर के भीतर रख सकें जिससे हमारी स्वास्थ्य प्रणालियां निपट सकें। रोमानेलो ने आगे जोड़ा कि अब भी उम्मीद बाकी है।  सीओपी 28 में स्वास्थ्य केंद्रित प्रतिबद्धताएं और कार्रवाई सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण मौका है।’

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