डेस्क :
जून में कोरोना की संभावित चौथी लहर के बीच देश में एक बार फिर से कोरोना के मरीजों में उछाल देखा जा रहा है।पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 5223 नए मामले सामने आए हैं।खास बात है कि कोरोना के नए मरीजों में पहले के मुकाबले कुछ नए लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इतना ही नहीं कोरोना से रिकवर होने बाद के लक्षणों में भी बदलाव देखने को मिल रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा और संभावना जताई जा रही है कि यह खत्म भी न हो। यह बीतते समय के साथ अपने लक्षण, स्वरूप और तरीकों में भी बदलाव कर रहा है।
प्रोफेसर ने बताया कोरोना पहुंचा रहा हड्डियों को भी नुकसान
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में प्रोफेसर ऑर्थोपेडिक्स डॉ. सतीश कुमार बताते हैं कि कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। पोस्ट-कोविड इफेक्ट में देखा गया है कि कोरोना ने हड्डियों को भी नुकसान पहुंचाया है।प्रोफेसर ने बताया कि अभी भी कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं, लेकिन उनमें कुछ लक्षणों में बदलाव देखा गया है। डॉ. सतीश कहते हैं कि कोरोना के नए मरीजों पर बारीकी से नजर रखने के बाद 3 प्रमुख बदलाव देखे जा रहे हैं। जानिए क्या है बदलाव -
कोरोना के मरीजों में यह हैं पहला लक्षण
कोरोना के मरीजों में सबसे पहला बदलाव इसके इन्क्यूबेशन पीरियड को लेकर देखने को मिल रहा है। इन्क्यूबेशन पीरियड यानि कि कोरोना संक्रमित या वायरस के संपर्क में आने के कितने दिन बाद दूसरा व्यक्ति इससे संक्रमित हो रहा है। तीन लहरों में आए पहले के मामलों में देखा जा रहा था कि अगर कोई व्यक्ति वायरस के संपर्क में आया है तो उसमें 5-7 दिन के अंदर कोरोना के लक्षण दिखाई दे जाते थे, लेकिन अब इसकी अवधि कुछ बढ़ी हुई मालूम चल रही है। कुछ मरीजों में देखा गया है कि वायरस के संपर्क में आने के 8-10 दिन के बाद उनमें कोरोना की पुष्टि हो रही है।
कोरोना से उबरने की अवधी में आया अंतर
शुरुआती दौर में यह देखा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद 14 दिन में व्यक्ति ठीक हो जाता है। कई बार गंभीर मरीजों में यह अवधि 14-21 दिन भी रही। हालांकि अब जबकि कोरोना का संक्रमण काफी हल्का है या असिम्टोमैटिक है। लेकिन, मरीजों में करीब 1 महीने तक कमजोरी या दर्द जैसे लक्षण देखने को मिल रहे है। इसलिए ऐसा अनुमान है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद मरीजों को परेशानी तो कम हो रही है लेकिन थकान, दर्द जैसे लक्षण ठीक होने में लम्बा वक़्त लग रहा हैं।
कोरोना मरीजों में गले की दर्द तीसरा लक्षण
कोरोना के नए मरीजों में गले में दर्द की भी शिकायत भी मिल रही है। हलाकि,कोरोना की शुरुआत से ही गले में दर्द इसका प्रमुख लक्षण रहा है। आवाज का बदलना, गले में दर्द होना या भारी होने की परेशानियां मरीजों को रही हैं। लेकिन,कोरोना के नए मरीजों का कहना है कि उन्हें गले में दर्द होने के साथ ही ऐसा लगता है कि कोई गले को दबा रहा है या दम घुट रहा है।डॉ सतीश ने बताया कि कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी के बावजूद मौतों की संख्या काफी कम है। कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद भी शरीर इससे संक्रमित हो सकता है। ऐसे में लोगों को अब भी एहतियाती सावधानियां बरतने की जरूरत है।