द फॉलोअप डेस्क, रांची:
झारखंड कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट भवन में हुई। बैठक में योगेंद्र प्रसाद महतो को राज्य पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी। उनका कार्यकाल 3 साल का होगा। गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष नहीं होने की वजह से राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन नहीं हो पा रहा था। इसमें अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पा रही थी लेकिन कुछ महीने पहले ही अमर बाउरी नेता प्रतिपक्ष बने। अब सरकार ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी है जिससे कुछ मुद्दे सुलझ पाएंगे।
गोमिया के पूर्व विधायक हैं योगेंद्र महतो
योगेंद्र प्रसाद महतो गोमिया के पूर्व विधायक रहे हैं। राज्य समन्वय समिति के भी सदस्य हैं। दर्जा प्राप्त मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो ने मंगलवार को ही राज्य समन्वय समिति के सदस्य के तौर पर इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल, चेन्नई में परिवार के साथ स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। गौरतलब है कि केशव माधव कमलेश पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य नामित किये जा सकते हैं। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है।
झारखंड में जातीय सर्वेक्षण की संभावना
बता दें कि झारखंड में राज्य पिछड़ा वर्ग के नये अध्यक्ष का ऐलान होने के साथ ही ट्रिपल टेस्ट होने की उम्मीद बढ़ी है। दरअसल, स्थानीय और नगर निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए ट्रिपल टेस्ट की आवश्यक्ता होती है लेकिन राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नहीं होने से इसमें कई बाधाएं थीं। अब पिछड़ा वर्ग आयोग के नये अध्यक्ष के ऐलान के साथ ही इसकी संभावना बलवति हो गई है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को ही इसमें एजेंसी बनाया गया है।