द फॉलोअप डेस्क
लालपुर के ओ'डैम में "पर्सनल फाइनेंसिंग और पर्सनालिटी ग्रूमिंग" वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप ने छात्रों, गृहिणियों और कॉर्पोरेट पेशेवरों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. ख्याति मुंजाल और वंदना साहू ने किया, जो अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। कार्यशाला सभी स्तरों के लोगों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हुई और प्रतिभागियों ने इसे भरपूर सराहा। डॉ ख्याति मुंजाल ने व्यक्तित्व विकास पर एक गहन सत्र दिया, जिसमें बताया कि एक व्यक्ति की व्यक्तित्व के अनुसार उसे कैसे कपड़े पहनने चाहिए, सही आचरण और शिष्टाचार अपनाने चाहिए। उन्होंने समझाया कि बाहरी रूप और आंतरिक व्यक्तित्व दोनों में संतुलन बनाना आवश्यक है, जिससे हम अपने आस-पास के लोगों पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकें। उनके व्याख्यान ने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया और उन्हें अपनी सामाजिक उपस्थिति को सुधारने के लिए कई उपयोगी सुझाव दिए।
वहीं वंदना साहू, जो एक अनुभवी कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने व्यक्तिगत वित्त के प्रबंधन पर बात की और बताया कि हमें अपने वित्त को व्यवस्थित कैसे करना चाहिए ताकि हम अधिक खर्च करने से बच सकें, जो अक्सर छात्रों और गृहिणियों में एक सामान्य समस्या है। वंदना साहू ने व्यावहारिक सुझाव दिए कि कैसे बजट बनाना चाहिए और फाइनेंसियल प्लानिंग के जरिए हम अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बना सकते हैं।
डॉ ख्याति मुंजाल ने सभी प्रतिभागियों की उपस्थिति को सराहा और कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि यह बहुत आवश्यक है कि हम समाज में ऐसे ज्ञान और जागरूकता का प्रसार करें, जो छात्रों में अक्सर कमी होती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिभागियों में प्रतिभा तो है, लेकिन उन्हें इंटरव्यू के दौरान अपने आप को कैसे पेश करना है, यह सिखाने के लिए ऐसी कार्यशालाएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन कार्यशालाओं का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि आत्मविश्वास को बढ़ाना और संचार कौशल में सुधार करना भी है। इससे प्रतिभागियों को भविष्य में पेशेवर जीवन में सफलता पाने में मदद मिलेगी। यह कार्यशाला सभी के लिए एक सकारात्मक अनुभव साबित हुई। प्रतिभागियों ने न केवल नई जानकारियां प्राप्त कीं, बल्कि उन्होंने एक दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा किए। ऐसी कार्यशालाएं न केवल व्यक्तित्व विकास में सहायक होती हैं, बल्कि यह हमें अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने और उन्हें सुधारने का अवसर भी प्रदान करती हैं।
ओ'डैम लालपुर के मालिक सिद्धार्थ वर्मा को भी डॉ. ख्याति मुंजाल ने धन्यवाद किया। इस वर्कशॉप में चैरिटेबल चार्म्स से रुपम झा, निधि रॉय, मारवाड़ी कॉलेज, विमेन्स कॉलेज, रोटरी क्लब और कुछ कॉर्पोरेट और संगठन के लोगों ने भी भाग लिया और लाभ उठाया।