द फॉलोअप डेस्कः
पाकुड़ में केकेएम कॉलेज में छात्रों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने एक के बाद एक दो ट्वीट किये हैं। बाबूलाल मरांडी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि "पाकुड़ से बताया गया है कि बांग्लादेशी मुसलमानों के अवैध घुसपैठ के विरुद्ध प्रदर्शन करने वाले युवा छात्रों की कल देर रात हेमंत सरकार की पुलिस ने छात्रावास में घुसकर बर्बरतापूर्ण पिटाई की है। छात्रों के उपर हुए इस कायराना हमले की वीभत्स तस्वीरें विचलित करने वाली हैं।"
"हेमंत जी, अपनी मां-बहनों की रक्षा के लिए घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवा छात्रों पर अत्याचार और बाहरियों पर इतना प्रेम बरसाने की वजह क्या है? बांग्लादेशी घुसपैठिए झारखंड की अस्मिता और अस्तित्व के लिए खतरा बने हुए हैं। इन्हें संरक्षण देकर आप प्रदेश की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस घटना में संलिप्त जितने भी पुलिसवाले शामिल हैं, उनके विरुद्ध मुक़दमा दर्ज कर कठोर कारवाई करें। पाकुड़ डीसी सभी घायल छात्रों के ईलाज का उचित प्रबंध करें।"
अपने पहले ट्वीट को रिट्वीट करते हुए बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि "यह हिम्मत वाली सरकार नहीं है, बल्कि यह हिंसा करने वाली सरकार है। बीते रात अपने छात्रावास में सो रहे छात्रों के ऊपर वर्दीधारियों से बर्बरतापूर्ण हमला कराना न सिर्फ हेमंत की कु- मानसिकता को दर्शाता है बल्कि उनके कुकृत्यों को भी उजागर करता है। बांग्लादेशी घुसपैठियों का विरोध, कब से हेमंत सरकार का विरोध करना हो गया, जो पुलिस भेज कर छात्रों को पीटा और प्रताड़ित किया जा रहा है।"
"लोकतंत्र में आवाज उठाना कब से गुनाह हो गया है, जिसकी इतनी बड़ी सजा दी जा रही है। अपने अधिकारों की मांग करना, अपने अधिकारों की रक्षा करना, कब से गैर कानूनी हो गया है, जिसकी सजा कानून के तहत ऐसे दी जा रही है। मुख्यमंत्री महोदय बस इतना याद रहे कि आप रंगों की होली नहीं, बल्कि खून की होली खेल रहे हैं, जिसका अंजाम बहुत ही विकराल और भयावह होगा।"