द फॉलोअप डेस्कः
आमतौर पर आपको यह उम्मीद होती है कि आपका जन्मदिन है तो आपको बधाईयां मिलेंगी, सरप्राईज और उपहार मिलेगा। लेकिन सोचिए कि अपने जन्मदिन की सुबह आप उठे हों और आपको थाने से नोटिस आ जाए तो कैसा लगेगा। लेकिन ऐसा हुआ है, वह भी झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के साथ। जी हां दीपक प्रकाश का आज जन्मदिन है। सुबह सुबह वह जैसे ही उठे उनकी नजर जन्मदिन की बधाई वाली संदेश से पहले उस नोटिस पर गई जो धुर्वा थाने ने उनको भेजा है। नोटिस में उनको थाना आने का निमंत्रण दिया गया है। कहा गया है आपसे कुछ पूछताछ करनी है इसलिए 22 तारीख को आ जाईएगा। दरअसल ये नोटिस उनको 11 अप्रैल को हुए सचिवालय घेराव कार्यक्रम के संदर्भ में भेजा गया है। उनको कहा गया है कि उस दिन जो घटना घटी, जो स्थिति, परिस्थिती उत्पन्न हुई उसके बारे में हमें कुछ जानना है।
आपसे पूछताछ करना हमने उचित समझा इसलिए आपको हमारे सामने 22 अप्रैल को हाजिर होना होगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दीपक प्रकाश उस दिन थाने जाते हैं या नहीं। दीपक प्रकाश को धारा 41(A) के तहत धारा 147, 148, 188, 353, 332, 109 और 427 के तहत पूछताछ के लिए बुलाया। और बता दें कि सिर्फ बुलाया ही नहीं गया है दीपक प्रकाश पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। हालांकि यह बस संयोग मात्र है कि आज उनका जन्मदिन है और आज ही नोटिस भेजा गया है। उनके साथ और भी कई भाजपा नेताओं को नोटिस भेजा गया है। 11 अप्रैल की रात 41 नामजद और हजारों अज्ञातों पर एफआईआर दर्ज हुआ था लेकिन उस दिन दीपक प्रकाश का नाम प्राथमिकी में नहीं था। इसके बाद इस बात का विरोध हो रहा था कि पूरे कार्यक्रम के कर्ता धर्ता दीपक प्रकाश ही थे। उस दिन वह पूरे कार्यक्रम के दौरान घटनास्थल पर मौजूद भी थे। लेकिन उनको नामजद अभियुक्त क्यों नहीं बनाया गया है। इसके बाद आज यानी 14 अप्रैल को और 18 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के बाद पुलिस ने भाजपा के 18 नेताओं की घटना में संलिप्ता पाई है। घटना स्थल पर तैनात मजिस्ट्रेट ने वीडियो फुटेज और फोटो, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना के समय घटना में शामिल इन नेताओं कि पहचान की गई, जो उक्त घटना में शामिल थे। मजिस्ट्रेट के बयान पर इन नेताओं को दर्ज एफआईआर में नाम शामिल किया है।
आज जिन नेताओं का नाम आज शामिल किया गया उनमें प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक दुलू महतो, पूर्व मंत्री सह राँची के विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जयसवाल,सांसदजयंत सिन्हा, कांके विधायक समरी लाल, यदुनाथ पांडे,शिव शंकर उरांव,रविंदर राय ,प्रदीप वर्मा,सांसद बीडी राम,राँची मेयर आशा लकड़ा, किसलय तिवारी,अशोक बड़ाईक,विधायक शशिभूषण मेहता और जेवी तुबिद शामिल है। पुलिस की माने तो अन्य लोगों की पहचान भी वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर की जा रही है। 11 अप्रैल की रात जिन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी उनमें पांच सांसद, तीन पूर्व मुख्यमंत्री सहित 41 नामजद व अन्य अज्ञात हजारों कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है. गौरतलब है कि 11 अप्रैल 2023 को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रोजेक्ट भवन का घेराव किया था। इस दौरान हजारों संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुटे थे। धुर्वा क्षेत्र के एक विशेष एरिया में धारा 144 लगाया गया था। इसके बावजूद भी भाजपा के नेताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन की तरफ से जो बैरिकेडिंग की गई थी उसे भी तोड़ते हुए भाजपा के नेता आगे बढ़ते गए। इस दौरान प्रशासन की तरफ से जमकर लाठीचार्ज हुआ। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। भीड़ की तरफ से कुछ लोगों ने जमकर पथराव भी किया । जिससे कई लोगों को गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद उसी दिन देर रात मजिस्ट्रेट के बयान के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। 41 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया।