रांची:
सीएम हेमंत सोरेन को लेकर चुनाव आयोग के संभावित फैसले से जुड़ी राजनीतिक हलचल के बीच अब सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्य विपक्षी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के बीच ट्विटर वार भी छिड़ गया है। ट्वीट पर रिट्वीट्स हो रहे हैं। ताजा मामला मौजूदा मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी से जुड़ा है। इन दोनों के बीच ट्विटर वार चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पोस्ट किया वीडियो
दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने आवास के बाहर जुटे पुलिसकर्मियों का एक वीडियो शेयर करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?झारखण्ड के हमारे हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहाँ की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है। हैं तैयार हम! जय झारखण्ड!
संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 25, 2022
झारखण्ड के हमारे हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहाँ की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है।
हैं तैयार हम!
जय झारखण्ड! pic.twitter.com/0hSrmhLAsI
बाबूलाल मरांडी ने किया तीखा पलटवार
मुख्यमंत्री के उपरोक्त ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि खरीदना-बेचना, मैनेज करना, रिश्वत लेना तो सोरेन परिवार के डीएनए में रहा है। चाहे अलग राज्य लेने का सवाल हो या और कुछ। इसलिये जो लोग ऐसा करते रहे हैं उनकी सोच दूसरों के बारे में भी वैसी ही होती है।
ख़रीदना-बेचना, मैनेज करना, रिश्वत लेना तो सोरेन परिवार के डीएनए में रहा है।चाहे अलग राज्य लेने का सवाल हो या और कुछ।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 25, 2022
इसलिये जो लोग ऐसा करते रहे हैं उनकी सोच दूसरों के बारे में भी वैसी ही होती है। pic.twitter.com/FS3Cwax8lS
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर बोला हमला
इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य और राजमहल सांसद विजय हांसदा ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की इशारा करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का सिलबंद लिफाफा आखिर, बीजेपी सांसदों तक कैसे पहुंच जाता है। आपराधिक मामला दर्ज हो।