द फॉलोअप डेस्कः
अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना के एक मिडिल स्कूल ने बाथरूम के आईनों को हटाने का फैसला लिया है। इसके पीछे की वजह चौंकाने वाली है। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट्स अपनी क्लास के बीच वॉशरूम में जाकर टिकटॉक वीडियो बनाने में समय बिता रहे थे। ऐसे छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। एलामांस-बर्लिंगटन स्कूल सिस्टम के प्रवक्ता लेस एटकिन्स ने, "छात्र लंबे समय तक बाथरूम जा रहे थे और टिकटॉक बना रहे थे" उत्तरी कैरोलिना के ग्राहम में दक्षिणी एलामांस मिडिल स्कूल ने ऐसा होने से रोकने लिए बाथरूम के मिरर्स को हटाने का फैसला लिया।
मोबाइल फोन का इस्तेमाल सिखाएगा स्कूल
शैक्षणिक संस्थान ने कहा कि, आमतौर पर छात्र दिन में तीन से चार बार टॉयलेट जाते हैं। अब तो छात्र दिन में सात, आठ या नौ बार टॉयलेट जाते हैं। मिरर हटाने के बाद से एटकिन्स ने बताया कि, "बाथरूम में बहुत कम लोग जाते हैं, लंबे समय तक नहीं रुकते हैं" एटकिन्स ने बताया कि स्कूल छात्रों को "डिजिटल नागरिकता" पर शिक्षित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने डब्ल्यूएफएमवाई को बताया, "हम छात्रों को शिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं. जैसे अब हम सभी के पास सेल फोन हैं, हमें उनका इस्तेमाल करना सीखना होगा। हमें सीखना होगा कि उन्हें कब बंद करना है." स्कूल स्मार्ट पास भी लागू कर रहा है, एक डिजिटल हॉल पास सिस्टम जो अधिकारियों का कहना है कि छात्रों को क्लास के अंदर और बाहर चेक करने की अनुमति देती है।
पेरेंट्स भी खुश हैं
स्कूल प्रशासन ने कहा, हमें पेरेंट्स का भी समर्थन मिल रहा है। एक स्टूडेंट की मां ने लेटर लिखकर बताया कि, हम अपने बच्चे को कभी स्मार्ट फोन नहीं देते। आखिर इसकी जरूरत ही क्यों है। और पेरेंट्स ने बताया बच्चे को स्कूल में इमरजेंसी में फोन की जरूरत होती है। आमतौर पर ऐसी स्थिति आती नहीं। इसलिए फोन देना ही नहीं चाहिए। मिडिल स्कूल के बच्चों को फोन की जरूरत क्या है।