द फॉलोअप डेस्क, रांची
झारखंड के टेट पास शिक्षक महीनों से अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। दरअसल, बीते 81 दिनों से राज्य के टेट पास शिक्षक रांची के राजभवन समीप अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। वे आये दिन अपनी मांगो को अलग-अलग माध्यम से उठा रहे हैं। इसी कड़ी में दिवाली से एक दिन पहले शनिवार को टेट पास शिक्षकों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय का घेराव किया। मानदेय की मांग को लेकर लगभग 5 हजार की संख्या में शिक्षकों ने झामुमो कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। सारे शिक्षक एक ही सुर में सरकार को अपने किये हुए वादे को पूरा करने की गुहार लगा रहे थे।
मांग पूरी नहीं हुई तो सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का करेंगे विरोध
प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश उपाध्याय ने कहा कि सरकार वादा कर अपने वादे से मुकर रही है। महाधिवक्ता की स्पष्ट वेतनमान की राय के साथ साथ एनसीटीई के सभी गाइड लाइन को पूरा करने के बावजूद भी बीते दा दिनों से सहायक अध्यापक अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर डटे हुए हैं। इसके बावजूद भी सरकार टेट सफल सहायक अध्यापक के एकमात्र मांग वेतनमान पर कोई पहल नहीं कर रही है।
इस दौरान प्रदेश संरक्षक सह सदस्य प्रमोद कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि दिवाली जैसे पावन पर्व पर भी हमे आंदोलन करना पड़ रहा है सिर्फ और सिर्फ सरकार के हटधर्मिता के कारण। झारखंड सरकार अभी तक कोई ठोस पहल नही की है। जबकि पुर्व की रघुवर सरकार वेतनमान देने के ड्राफ्टिग तक बनाकर सार्वजनिक कर चुकि थी, लेकिन यह सरकार के आने के बाद दो कदम वेतनमान मे बढ़ाके फिरसे वापस हो गई। अब सरकार के चार वर्ष बीतने को है, अगर वेतनमान के लिए ठोस पहल नही करती है तो, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का राज्य भर में विरोध करेंगे।.
वेतनमान नहीं दिया तो होगा उग्र आंदोलन
टेट पास शिक्षकों में झरीलाल महतो ने कहा कि जब तक वेतनमान नहीं मिल जाता है तब तक इस बार आंदोलन से उठने वाले नहीं है, चाहे दुर्गा पूजा हो या दिपावली हो। सरकार को वेतनमान देना पड़ेगा अन्यथा उग्र आंदोलन का सामना सरकार को करना पड़ेगा। सरकार के मुखिया सह शिक्षा मंत्री हेमंत सोरेन बीते विधानसभा के चुनाव में विभिन्न मंचों से घोषणा की थी कि उनकी सरकार राज्य में बनती है तो तीन माह के अंदर टेट सफल सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जायेगा। झारखंड के सतापक्ष के सभी मंत्री, विधायक ने समर्थन देते हुए कहा है कि आपलोग का मांग जायज है तो फिर सरकार कुम्भकर्णी नींद में कयों सोयी हुई है। बताया कि महाधिवक्ता की ओर से लिखित सुझाव सरकार को दिए गए हैं। कहा कि टेट पास सहायक अध्यापक को सरकारी शिक्षक बनाने में कोई विधिक अड़चन नहीं है।