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सोरेन परिवार का मतलब संथाल और आदिवासी समाज नहीं: बाबूलाल मरांडी

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रांची 

संकल्प यात्रा के सातवें चरण के दौरान जुगसलाई विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोरेन परिवार पर हमला बोला। साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त शासन के लिए भाजपा की सरकार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो परिवार और पैसे के लिये रणनीति करते हैं उनसे झारखंड का कभी भला नहीं हो सकता है। सोरेन परिवार में शिबू सोरेन एमपी, हेमंत सोरेन, बसंत सोरेन और सीता सोरेन सभी एमएलए हैं। क्या सोरेन परिवार ही संथाल और आदिवासी समाज हैं। और लोग आदिवासी नहीं हैं क्या?

सोरेन परिवार आदिवासी समाज का हक़ मार रहे

उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार आदिवासी समाज का हक़ मार रहे हैं। सोरेन परिवार महाजनों से लड़ते लड़ते ख़ुद महाजन हो गये हैं। हेमंत सोरेन द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 108 प्लॉट आदिवासियों से ही लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो ख़ुद लुटेरा हैं उनसे झारखंड का भला नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों पर एफआईआर के लिये हेमंत सरकार को कई पत्र लिखा गया है बावजूद कार्रवाई नहीं हो रहा है। हेमंत सरकार भ्रष्ट अधिकारियों के साथ खड़ी है। ऐसे सरकार को उखाड़ फेंकना है।

आरक्षण बिल लाकर बड़ा तोहफ़ा दिया


उन्होंने कहा कि मोदी ने महिलाओं के लिए लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण बिल लाकर बड़ा तोहफ़ा दिया है। इस बिल के तहत 33% बहनों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वकर्मा पूजा के दौरान कारीगरों के लिए विश्वकर्मा योजना लॉन्च किया। इसके तहत 13 हज़ार करोड़ के बजट का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने नाई, बढई, लोहार, मोची की चिंता की है। उन्होंने कहा कि जो गांव ग़रीब किसान, महिला की चिंता करते हैं हमे उनकी चिंता करनी है।