देवघर
झारखंड के देवघर जिले से पुलिस ने 6 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी लोगों को बैंक अधिकारी बन कर चूना लगाते थे। लोगों को उनके एटीएम कार्ड बंद करने की धमकी देते थे। फिर चालू करने के नाम पर उनके मोबाइल से ओटीपी मंगवा कर बैंक अकाउंट से पैसे की निकासी कर लेते थे। साथ ही वे लोगों को कैश बैक का भी लालच देते थे। साइबर पुलिस का मानना है कि गिरोह इस ट्रिक से लाखें की ठगी की है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सभी आरोपियों को जिले के मधुपुर पथरौल और मोहनपुर से अरेस्ट किया गया है।
14 मोबाइल और 21 सिम बरामद
साइबर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अपराधियों के पास से 21 फर्जी फोन सिम और 14 मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं। पुलिस ने बताया कि ये लोग लोगों को कैश बैक का लालच देकर भी लोगों को ठगते थे। गिरफ्तार आरोपियों में विक्रम कुमार दास (मधुपुर, लखनुआ), उमेश कुमार दास (पथरौल लक्खीबाजार), अनिल दास (पथरौल), अंकित कापरी और पिंकल कापरी के नाम हैं। अंतिम दोनों आरोपी जिले के मोहनपुर, बसडीहा गांव के निवासी बताये जाते हैं।
इस तरह करते थे ठगी
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे लोगों को बैंक अधिकारी बन कर फोन करते थे। विभिन्न स्कीम की जानकारी देकर कैश बैक का लालच देते थे। साथ ही वे लोगों को उनके एटीम बंद होने की धमकी भी देते थे। इनका मकसद एक ही होता था, ग्राहक के मोबाइल में आये ओटीपी को हासिल करना। ओटीपी मिल जाने के बाद गिरोह के सदस्य आसानी से उनके बैंक अकाउंट से राशि की निकासी कर लेते थे। साइबर पुलिस ने बताया कि अब अपराधियों को पकड़ने के लिए वे प्रतिबिंब एप की मदद ले रहे हैं। ये ऐप कैसे काम करता है, ये बताने से साइबर पुलिस ने इनकार किया है।