द फॉलोअप डेस्क
धनबाद सीट पर BJP के तरफ से ढुल्लु महतो के उम्मीदवार बनते ही कई तरह की बातें सामने आने लगीं। जमशेदपुर पश्चिम से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी ढुल्लू महतो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर राष्ट्रीय OBC मोर्चा ने आज रांची में प्रेस वार्ता कर सरयू राय पर कई आरोप लगाए। मीडिया से बात करते हुए धनबाद की राजनीति में जारी घटनाक्रम को लेकर राष्ट्रीय OBC मोर्चा के अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि सरयू राय भ्रष्टाचार विरोधी होने का खोल ओढ़े हुए हैं। दरअसल, वे जातिवादी, सामंतवादी और पिछड़ा विरोधी मानसिकता के हैं। वैश्य- पिछड़े वर्ग से आने वाले नेता अधिकारी जब-जब आगे बढ़ने लगते हैं तो सरयू राय को पेट में दर्द उठने लगता है।
ओबीसी वर्ग के लोग हैं सरयू राय का निशाना
राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने कहा कि सरयू राय ने ढुल्लू महतो से पहले रघुवर दास और बन्ना गुप्ता पर भी बेबुनियाद आरोप लगाये हैं। उनको ओबीसी समाज के लोग बर्दाश्त नहीं है। कहा कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता के ऊपर फर्जी आरोप लगाए जाने के कारण उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया गया है। हालांकि, वे अनर्गल आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
दम है तो धनबाद में चुनाव लड़ें सरयू राय!
सरयू राय के धनबाद से चुनाव लड़ने के सवाल पर राजेश गुप्ता ने बताया कि जिस तरह की इनकी मानसिकता है। अगर दम है तो वे धनबाद लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ कर देख लें। सरयू राय के जातिवादी, सामतंवादी और पिछड़ा विरोधी होने की सजा जनता उनकी जमानत जब्त करा कर देगी। राजेश गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा को इस बात का दुख है कि सरयू राय सिलेक्टेड पर्यावरणविद और भ्रष्टाचार विरोधी हैं। पर्यावरण के नाम पर दामोदर बचाओ अभियान नहीं बल्कि दाम दो अभियान चलाते हैं। मेरा सवाल है कि क्या भ्रष्टाचार में केवल ओबीसी और आदिवासी वर्ग के लोग ही लिप्त हैं? क्या अन्य वर्ग में सब पाक साफ है। सरयू राय के समाज से कई ऐसे लोग हैं जिनपर सीबीआई का केस चल रहा है। हत्या, अपहरण, रंगदारी जैसे आरोप उनके समाज के लोगों पर भी हैं लेकिन इन नेताओं के विरुद्ध सरयू राय कभी नहीं खोलते। कई अधिकारी हैं जो इनके समाज से आते हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनके विरुद्ध तो यह आवाज नहीं बुलंद करते हैं।
पक्षपात रहित विरोध का समर्थन करेगा ओबीसी मोर्चा
राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने सरयू राय को भ्रष्टाचार और पर्यावरण के मुद्दे पर सिलेक्टिव अप्रोच नहीं अपनाने की सलाह दी है। कहा है कि यदि कोई भ्रष्टाचार है या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, चाहे वह किसी भी वर्ग से आता हो, सरयू राय को उनके खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए।